भुवनेश्वर, नए नियमों से साथ भारत और विश्व के हॉकी सितारे में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लीग का पहला मैच सोमवार को कलिंगा लांसर्स और उत्तर प्रदेश विजाडर्स के बीच कलिंगा स्टेडियम में खेला जाएगा। इस संस्करण में फील्ड गोल करने पर दो अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। सितंबर 2015 में हुई नीलामी में फ्रेंचाइजियों ने अपनी जरूरत के हिसाब से खिलाड़ियों को खरीदा था। रांची रेज के कप्तान एश्ले जैक्सन जो कि खुद ड्रैक फ्लिकर हैं का मानना है कि एक विशेषज्ञ पेनल्टी कॉर्नर खिलाड़ी की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, फॉरवर्ड खिलाड़ियों को नए नियमों के साथ खेलने में मजा आएगा लेकिन इस प्रक्रिया में वह ज्यादा पेनाल्टी कॉर्नर दे सकते हैं, ऐसे में एक ड्रैग फ्लिकर मौकों को नहीं छोड़ सकता। मैं नए नियमों के साथ खेलने को लेकर उत्साहित हूं।
पिछले तीन संस्करणों में फाइनल में ना पहुंचने वाली उत्तर प्रदेश विजडर्स की टीम ने इस बार अपनी टीम में कुछ बदवाल किए हैं और उसकी कोशिश इस बार खिताब पर कब्जा जमाने की होगी। पी.आर श्रीजेश, रमनदीप सिंह, वोउटर जोली से विजाडर्स को काफी उम्मीदे हैं। साल 2015 में कुछ खिलाड़ियों का करार खत्म हो गया था, लेकिन कुछ खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजियों ने बनाए रखा था। लीग में तीन खिलाड़ियों पर सबकी निगाहें होंगी जिनमें पंजाब वॉरियर्स के सरदार सिंह, जैमी ड्वायर (विजाडर्स) और संदीप सिंह (रांची रेज) शामिल हैं। इनके अलावा आस्ट्रेलिया के ग्लेन टर्नर (कलिंगा), दानिश मुज्तबा (मुंबई), निक्किन थिमैय्या (मुंबई) पर ही सबकी नजरें रहेंगी। पिछले दो सत्र में उप-विजेता रही वॉरियर्स को गोलकीपर जाप स्टोकमान की कमी खलेगी जिन्होंने ओलम्पिक की तैयारी के लिए लीग में ना खेलने का फैसला किया है। वहीं रेज का दारोमदार एक बार फिर जैक्सन पर होगा। बेरी मिडलटन, फर्ग्युस कावानाघह, मनप्रीत सिंह, बिरेन्द्र लाकड़ा उनका साथ देते नजर आएंगे। लासंर्स की टीम आस्ट्रेलिया के मार्क हेगर, जर्मनी के मोरिट्ज फुरस्टे, एडम डिक्शन, ललित उपाध्याय के दम पर सबको चुनौती देती नजर आएगी।