लखनऊ, ११ महीने बाद, सीतापुर के विधायक रामपाल यादव का मुलायम सिंह ने निष्कासन रद्द करते हुए उन्हें पार्टी में वापस ले लिया है। रामपाल यादव को अखिलेश यादव के विरोध के चलते पार्टी से निकाला गया था। सपा मे वापसी के बाद रामपाल यादव ने कहा, ‘अखिलेश यादव और शिवपाल यादव दोनों ही मेरे नेता हैं। वो जैसा कहेंगे, वैसा करूंगा। मुझे दोबारा पार्टी में शामिल करने के लिए धन्यवाद।’
विधायक रामपाल यादव ने बताया कि मेरी जो बिल्डिंग गिराई गई, वो अवैध नहीं थी। एक राजनीतिक द्वेश के चलते एकतरफा कार्रवाई की गई। मेरी दोनों ही बिल्डिंग सीएम की सहमति से ही बनवाई गई थी। उन्होने बताया कि सीएम ने ही मेरे होटल का लैंडयूज बदला था। लखनऊ की बिल्डिंग वाले मामले में भी सीएम के कहने पर ही एलडीए ने नक्शा पास किया था। ऐसे में मुझे दोषी कैसे करार दिया जा सकता है। रामपाल यादव ने बताया किवह नेता जी को अपना आदर्श मानते हैं।