केंद्र के बाद अब यूपी मे भी बीजेपी गठबंधन दरका, नाराज सहयोगी दल ने उठाया ये कदम
March 26, 2018
लखनऊ, केंद्र मे जिस तरह बीजेपी सरकार से एक के बाद एक सहयोगी दलों के हटने का सिलसिला शुरू हो गया है उसका असर यूपी मे भी दिखने लगा है। अब यूपी मे भी बीजेपी गठबंधन से नाराज चल रहे सहयोगी दल बीजेपी सरकार से अलग होने का बड़ा फैसला ले सकतें हैं। योगी सरकार का सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सरकार से संतुष्ट नहीं है। सुभासपा 27 मार्च को बैठक कर भाजपा से गठबंधन जारी रखने पर पुनर्विचार करेगी।
सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के पुत्र और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अरंविंद राजभर ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी की एक आपात बैठक आगामी 27 मार्च को लखनऊ में होगी। बैठक में भाजपा के साथ रिश्तों पर भी विचार होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरशाही बेलगाम हो गयी है । स्थिति इस कदर भयावह हो गयी है कि आजमगढ़ जिले का एक थानाध्यक्ष नियमानुसार कार्रवाई करने की सिफारिश पर मंत्री ओम प्रकाश राजभर के लिये बोलता है कि वह स्वयं आकर मामला सुलझायें।
राजभर ने बताया कि बैठक में बेलगाम नौकरशाही से निबटने के साथ ही संगठनात्मक विस्तार और अगले माह देवरिया में होने वाले सम्मेलन पर भी विचार होगा । उन्होंने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान दल के किसी विधायक ने भाजपा के खिलाफ क्रॉस वोटिंग नहीं की है। बहरहाल, मीडिया रिपोर्ट तथा विरोधी दल के नेताओं के बयान को देखते हुए दल के दो विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के हस्तक्षेप के बाद भी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के योगी सरकार से रिश्ते सुधरते दिखायी नही दे रहें हैं।योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद पहली बार राज्यसभा चुनाव के दौरान हमे मंच पर जगह दी गई। उन्होंने कहा, कि इससे पहले कभी भी किसी भी बैठक में उन्हें और मेरी पार्टी के किसी भी विधायक को महत्व नहीं दिया जाता था।