यूपी की कानून व्यवस्था पर अखिलेश यादव ने उठाया सवाल
July 4, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चौपट है जिससे सर्वाधिक प्रभावित महिलाएं, छात्राएं एवं बच्चियां हो रही हैं।
उन्होनें कहा की भाजपा सरकार अपराध नियंत्रण के हवाई दावे करके अपनी पीठ थपथपाती है जबकि हालत यह है कि राजधानी के सर्वाधिक भीड़भाड़ वाले क्षेत्र 1090 चैराहा पर 2 जुलाई को एक बच्चे की नृशंस हत्या हो गई। यहां पुलिस पिकेट, यूपी डायल 100 के अलावा भी पुलिस की तैनाती रहती है। यह तैनाती या तो कागजी है या फिर पुलिस अपराधिक घटनाओं से मुंहफेर कर सो जाती है।
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अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ में पालीटेक्नीक की छात्रा संस्कृति राय की हत्या का भी रहस्य पुलिस नहीं खोल पाई है। कई बच्चियों से बलात्कार की घटनाएं घटी है। शोहदों का आतंक इतना है कि पीड़ित छात्राओं ने स्कूल कालेज जाना बंद कर दिया और कइयों ने तो लाज में फांसी लगाकर जान भी दे दी। भाजपा सरकार में जनता की समस्याएं उठाना भी गुनाह बन गया है। समाजवादी महिला सभा ने मंहगाई, कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा के मसले पर राज्यपाल महोदय को ज्ञापन देना चाहा तो उन पर बिना किसी योजना के बर्बर लाठीचार्ज कर दिया गया। समाजवादी महिला सभा की प्रदेश अध्यक्ष गीता सिंह, लीलावती कुशवाहा एम.एल.सी. के साथ कई महिलाएं इसमें घायल हो गईं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय में मनमाने ढंग से उन छात्र-छात्राओं को प्रवेश लेने से रोक दिया गया जिन्होंने मुख्यमंत्री जी के खिलाफ प्रदर्शन किया था। पूजा शुक्ला और दूसरे छात्रों का विश्वविद्यालय और राज्य सरकार भविष्य बिगाड़ने पर लगी है। विश्वविद्यालय गेट पर वह कई दिन से भूख हड़ताल पर रही। वी.सी. ने उसका पक्ष नहीं सुना। प्रशासन ने भी उसके साथ अन्याय किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। उपद्रवी तत्वों पर कार्यवाही के बजाय उल्टे निर्दोषों पर फर्जी मुकदमें लादे जा रहे हैं। यह सरकार का घोर अलोकतांत्रिक रवैया है।
दरअसल, भाजपा सरकार पूरी तरह संवेदनाशून्य सरकार है। मंहगाई, बेरोजगारी, बिजली संकट, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़ती अराजकता के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है उसे कुचलने में प्रशासनतंत्र सक्रिय हो जाता है। युवा शक्ति को कुंठित करने और उसका भविष्य बिगाड़ने में उसकी खास दिलचस्पी है। भाजपा जिस तरह अपनी सŸाा की हनक दिखाने के लिए ब्यूरोक्रेसी और पुलिस बल का भगवाकरण कर रही है उससे लोकतंत्र ही खतरे में पड़ जाएगा। भाजपा संविधान का मजाक बना रही है। उसके सारे काम रागद्वेष से प्रेरित और विपक्ष के प्रति दुर्भावनापूर्ण हैं। महामहिम को इस सबका भी संज्ञान लेना चाहिए।