किसानों के असंतोष पर अखिलेश यादव बोले- गांव बंद के साथ, कृषि उपजों की सप्लाई बंद
June 5, 2018
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों के असंतोष पर बोलते हुये कहा कि किसानों के आंदोलन के चलते 01 जून से 10 जून 2018 तक गांव बंद के साथ कृषि उपजों की सप्लाई बंद कर दी गई है। लेकिन बीजेपी सरकारों की नींद नहीं टूटी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीति किसान विरोधी है। केन्द्र और राज्य की सरकारों ने किसानों को धोखा दिया है और बुरी तरह तबाह किया है। उन्होंने पूछा फसल उत्पादन लागत का 1.5 गुना दाम देने के वादे का क्या हुआ? 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के वादे का क्या होगा? आखिर किसानों की आत्महत्या क्यों नहीं रूक रही है।
अखिलेश यादव ने इस प्रसंग में मध्य प्रदेश में किसानों के असंतोष और 01 जून से 10 जून 2018 तक गांव बंद के साथ कृषि उपजों की सप्लाई बंद का उल्लेख किया और कहा कि किसानों की समस्याओं को कोई सुनने वाला नहीं है। किसान अपने को उपेक्षित महसूस कर रहा है। उत्तर प्रदेश में अभी तक गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान नहीं हुआ है।
अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 में भारत के भविष्य का चुनाव है। चीन- जापान कहाँ से कहाँ पहुंच गए। विकास की दौड़ में भारत अगर पीछे छूट गया तो उसके कारणों का विश्लेषण होना चाहिए। होना आवश्यक है। कि कौन सी ताकतों ने देश की तरक्की में रोड़ा अटकाया है। 70 वर्ष की आजादी को अर्थहीन बनाना राष्ट्रीय अपराध है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के पास जनता के लिए कोई सार्थक मुद्दा नहीं है सिवाय इसके कि समाजवादी पार्टी के विरूद्ध षडयंत्र में भाजपा व्यस्त रहती है। उन्होंने कहा कि कैराना-नूरपुर और गोरखपुर-फूलपुर में भाजपा की पराजय और विपक्ष की जीत से स्पष्ट है कि जनता भाजपा से नाराज है। वैसे भाजपा लोगों का ध्यान उनकी समस्याओं से हटाने में चतुर है परन्तु जनता भी अपना हित पहचानती है। भाजपा को जवाब देने की ताकत जनता के पास है। भाजपा सद्भाव की दुश्मन है जबकि समाजवादी पार्टी सामाजिक सौहार्द की पक्षधर है।