नयी दिल्ली, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने वैश्विक महामारी बन चुने खतरनाक कोरोना वायरस कोविड-19 से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रुपये की मदद देने का फैसला किया है।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली और सचिव जय शाह ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि कोरोना से लड़ने की भारत की जंग में बीसीसीआई प्रधानमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ रुपये की मदद देगी।
बीसीसीआई ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और वह इस संकट की घड़ी में देश की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। बोर्ड ने साथ ही कहा कि वह स्थिति पर लगातार नजर रखेगा और उससे जो हरसंभव मदद होगी वह करेगा।
इससे पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने प्रधानमंत्री राहत कोष औऱ मुख्यमंत्री राहत कोष में 25-25 लाख रुपये की मदद दी है। सचिन ने इस कठिन दौर में मदद का हाथ आगे बढ़ाया और 50 लाख रूपये की राशि दान दी। पूर्व भारतीय ओपनर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर अपने सांसद निधि कोष से 50 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं।
भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने कोरोना पीड़ितों की मदद करने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 31 लाख और उत्तर प्रदेश आपदा राहत कोष में 21 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान और उनके भाई ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने बड़ौदा पुलिस को जरूरतमंदों में वितरित करने के लिए 4000 मास्क दिए हैं। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने एक चावल कंपनी की मदद से जरुरतमंदों को 50 लाख के चावल बांटने की घोषणा की है।
सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) ने प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में 21-21 लाख रुपये देने का फैसला किया है। बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने पश्चिम बंगाल सरकार के आपातकालीन राहत कोष में अध्यक्ष अविषेक डालमिया के व्यक्तिगत तौर पर पांच लाख रुपये मिलाकर 25 लाख रुपये की मदद दी है।
मुंबई क्रिकेट संघ ने 50 लाख रुपये दिए हैं जबकि राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गठित मुख्यमंत्री राहत कोष में 11 लाख रूपये देने की घोषणा की है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री लक्ष्मीरत्न शुक्ला ने विधायक के तौर पर मिलने वाला अपना तीन महीने का वेतन और बीसीसीआई से मिलने वाली तीन महीने की पेंशन कोरोना पीड़ितों की मदद करने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दी है।