उत्तर प्रदेश में मायावती और अखिलेश के बीच होने जा रहे गठबंधन से बीजेपी के साथ-साथ उसके सहयोगी दल भी खासे परेशान दिख रहे हैं. सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार में मंत्री और आरपीआई के नेता रामदास अठावले ने कहा है कि वो अभी से योजना बना रहे हैं कि जरूरत पड़ी तो बीजेपी की सरकार बनाने के लिए मायावती से बातचीत को तैयार हैं.
केंद्र में सरकार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश से ज्यादा से ज्यादा सीटें जरूरी हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 80 में से 71 सीटें जीती थीं. लेकिन सपा और बसपा के मिल जाने से उत्तर प्रदेश में वोटों का अंकगणित बदल गया है और दोनों पार्टियों का वोटबैंक बीजेपी पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है. इसका नतीजा गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में देख जा चुका है.