नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आज नवगठित कांग्रेस कार्य समिति की पहली बैठक हुई में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों के व्यापक गठबंधन की पैरवी की है। सूत्रों के मुताबिक, संसद भवन के एनेक्सी में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी, पी चिदंबरम, अमरिंदर सिंह तथा कई अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने देश में विपक्षी दलों के बीच व्यापक गठबंधन की पैरवी की।
कांग्रेस की नवगठित सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था ने आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर गहन विचार मंथन में स्वीकार किया कि केन्द्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को पराजित करने के लिए व्यापक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानि संप्रग -3 अपरिहार्य है लेकिन यह सुनिश्चित करना होगा कि गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ही उसके नेता रहें।
पी चिदंबरम ने गठबंधन की अपरिहार्यता को लेकर ये विचार रखे जिसका पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अनुमोदन किया।बैठक में सभी ने माना कि 2019 में एक व्यापक गठबंधन आवश्यक एवं अपरिहार्य होगा क्योंकि इसके बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार को सत्ता से बेदखल करना मुश्किल होगा। कांग्रेस नेताओं ने गठबंधन के बारे में कहा कि यह इस प्रकार से किया जाना चाहिए कि कांग्रेस अधिक से अधिक सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरे और कांग्रेस अध्यक्ष गांधी ही गठबंधन का प्रमुख चेहरा हों। चिदंबरम ने इसके लिए विभिन्न क्षेत्रीय दलों से बातचीत करके गठबंधन को तैयार करने का काम जल्द से जल्द शुरू करने पर भी बल दिया।
इस बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेसजनों का आह्वान किया कि वे भारत के दबे-कुचले लोगों की लड़ाई लड़ें। कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत की आवाज के तौर पर कांग्रेस की भूमिका तथा वर्तमान एवं भविष्य की इसकी जिम्मेदारी के बारे में भी याद दिलाया और आरोप लगाया कि भाजपा संस्थाओं, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर हमले कर रही है। गांधी ने कहा कि नवगठित कार्यसमिति अनुभव और जोश का समावेश है तथा यह अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच सेतु का काम करेगी।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष को भरोसा दिलाया कि वह और दूसरे सभी कांग्रेसजन भारत के सामाजिक सद्भाव और आर्थिक विकास को बहाल करने के मुश्किल भरे काम को पूरा करने में उनके साथ हैं। मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘मैं राहुल जी को विश्वास दिलाता हूं कि हम सामाजिक सद्भाव और आर्थिक विकास को बहाल करने के मुश्किल भरे काम को पूरा करने उनका पूरा सहयोग करेंगे।’’
पीएम मोदी की किसान कल्याण रैली को, अखिलेश यादव ने बताया झूठे वादों की रैली, किये ये सवाल ?राहुल गांधी ने गत सप्ताह ही पार्टी की नई कार्यसमिति का गठन किया है। पार्टी के महाअधिवेशन में गांधी को कार्यसमिति के गठन का जिम्मा सौंपा गया था और हाल ही मेें उन्होंने 23 सदस्यों, 18 स्थायी आमंत्रित तथा 10 विशेष आमंत्रित सदस्यों की नियुक्ति कर समिति का पुनर्गठन किया है। नयी कार्यसमिति की यह पहली बैठक है।