दलितों और चंद्रशेखर रावण पर अत्याचारों का, बीजेपी और आरएसएस से इस तरह बदला लेगी भीम आर्मी
June 14, 2018
लखनऊ, बीजेपी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सबक सिखाने को भीम आर्मी ने नयी रणनीति बनायी है। अब वह दलितों और ने संस्थापक चंद्रशेखर रावण के साथ हो रहे अत्याचारों का बीजेपी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सो बदला लेगी।
सहारनपुर में दलितों के उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद करने से लोकप्रिय हुआ संगठन ‘भीम आर्मी‘ एकबार फिर बड़े मिशन को लेकर शुरूआत कर रहा है। अबकी उसकी लड़ाई जातिवाद और साम्प्रदायिकता को मजबूती देने वाले संगठन भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ हैं, क्योंकि ये दोनों ही साम्प्रदायिक राजनीति कर रहे हैं और दलितों तथा भीम आर्मी के साथ अत्याचार और भेदभाव कर रहें हैं।
‘भीम आर्मी‘ की मंशा आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सबक सिखाना है। आगामी लोकसभा चुनाव में भीम आर्मी इन दोनों साम्प्रदायिक शक्तियों के खिलाफ जनजागरण करेंगे और उन्हें परास्त करने की क्षमता रखने वाले दलों के पक्ष में वोट की अपील करेंगे।भीम आर्मी के राष्ट्रीय संयोजक विनय रतन सिंह ने बताया ‘‘हम कोई राजनीतिक दल नहीं हैं लेकिन बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के अनुयायी जरूर हैं। हम भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ हैं, क्योंकि ये दोनों ही साम्प्रदायिक राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि चंद्रशेखर आजाद की गिरफ्तारी के बाद भीम आर्मी की लोकप्रियता में चौतरफा बढ़ोत्तरी हुई है और इस वक्त देश के लगभग हर राज्य में इसकी मौजूदगी कायम हो चुकी है। हम शिक्षा, स्वास्थ्य तथा समाज से जुड़े उन अन्य क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जिन पर राजनीतिक पार्टियां अक्सर ध्यान नहीं देतीं।भीम आर्मी देश के विभिन्न हिस्सों में अपना विस्तार कर रहा है और उसकी मंशा आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को सबक सिखाना है।