ईवीएम के बजाए मतपत्रों का इस्तेमाल करने की मांग एक बार फिर उठी
May 17, 2018
ठाणे , कर्नाटक चुनाव परिणाम पर अचरज जताते हुए आगामी चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की बजाए मतपत्रों का इस्तेमाल करने की मांग एक बार फिर उठी है। चुनाव आयोग क्यों नहीं पुराने प्रचलन मतपत्रों को दोबारा ला रहा जबकि यह परंपरा कई विकसित देशों में अभी भी चल रही है।
राकंपा के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दावा किया है कि भाजपा की ख्याति की लहर अब कम हो रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें आश्चर्य इस बात का है कि जब विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने राज्य का दौरा किया था तो राज्य की जनता कांग्रेस सरकार से संतुष्ट प्रतीत हो रही थी। जबकि कर्नाटक चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है।
उन्होंने कल रात संवाददाताओं से कहा , ‘‘ यहां तक कि सामान्य जनता और किसान तक सरकार से संतुष्ट थे। कांग्रेस वहां अच्छा कर रही थी। लेकिन ऐसा परिणाम देखना वाकई आश्चर्यजनक है। पाटिल ने चुनावों में मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग को उचित ठहराते हुए कहा कि चुनाव आयोग क्यों नहीं पुराने प्रचलन को दोबारा ला सकता जबकि यह परंपरा कई विकसित देशों में अभी भी चल रही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को चुनाव कराने के लिए ईवीएम पर अडे नहीं रहना चाहिए। कल आए चुनाव परिणामों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत से नौ सीटें दूर है। भगवा दल को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस ने जद ( एस ) को समर्थन दिया है।