नयी दिल्ली, कोरोना वायरस से निपटने के लिये केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये महत्वपूर्ण कदमों की आज विस्तार से जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रवासी मजदूरों के कल्याण के बारे में आज कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर उनके कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी ली और यह भी कहा कि जो क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं उनमें साफ सफाई की पूरी सुविधा हो तथा सारी सुविधाएं हों।
श्री अग्रवाल ने बताया कि रेलवे ने 3.2 लाख क्वारंटीन और आइसोलेशन वार्ड बना रही है और अब तक 20 हजार रेलवे कोच को मोडिफाई करने का काम शुरू कर दिया गया है और पांच हजार को पूरी तरह बदला जा चुका है जिससे 80 हजार नए आइसोलेशन बेड मिल सकेंगे। इसके अलावा नागर विमानन मंत्रालय ने देश भर में लाइफ लाइन उड़ान शुरू की है जिसके जरिए मेडिकल सामग्री और आवश्यक सामग्री, टेस्टिंग किट्स , आवश्यक उपकरण, मास्क और अन्य सामग्री को भेजा जा रहा है और पिछले पांच दिनों में 15.4टन मेडिकल सामग्री को भी भेजा गया है।
इसी तरह नेशनल फार्मास्यूटिकल कीमत अथारिटी ने एक नया नोटिस जारी किया है जिसमें एक अप्रैल से मेडिकल उपकरणों और सामग्री की 24 विभिन्न श्रेणियों के लिए कीमतें निर्धारित की है और इसमें स्पष्ट किया गया है कि कोई भी उपकरण निर्माता इनके पिछले 12 महीनों में इनका अधिकतम मूल्य जो भी रहा हो उसे दस प्रतिशत से अधिक नहीं बढ़ा सकता है। यह एक अनिवार्य कदम है ताकि दवाओं और उपकरण के दामों में कोई बढ़ोत्तरी नही हो।
उन्होने बताया कि किसी भी तरह की भ्रांतियों का निवारण करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक तकनीकी बेवसाइट को बनाया है जिसमें संयुक्त सचिव स्तर के एक अधिकारी और एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी तरफ से आवश्यक तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराएंगे और वेबसाइट का नाम“ technicalQuery.covid 19@gov.in” है। उन्होंने कहा कि इस लाकडाउन के समय में सभी लोग सोशल डिस्टेंशिंग का पूरा पालन करें और देश को इस लडाई में विजयी करें।
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि केन्द्र सरकार देश भर में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में लाकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करने को सुनिश्चित कर रही है, आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। इसके अलावा केंद्र सरकार राज्यों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और उनकी कीमतों पर नज़र रख रही है और अभी तक स्थिति संतोषजनक है।
श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया कि देश में विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में 21486 राहत शिविर लगाए गए हैं और इनमें छह लाख 75 हजार 193 लोगों के रहने की सुविधा है और 25 लाख लोगों को भोजन की सुविधा प्रदान की गई है। ये सुविधाएं गरीब और वंचित तबके के लोगों, इनमें रह रहे प्रवासी श्रमिकों को भी उपलब्ध है जो अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच गए हैं। प्रवासी श्रमिकों की स्थिति नियंत्रण में हैं। कैबिनेट सचिव ने आज सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए स्थिति की समीक्षा की है। देश के विभिन्न हिस्सों में कार्गो मूवमेंट की स्थिति बेहतर है और उम्मीद है कि लाकडाउन का सख्ती से पालन कर हम कोविड की चुनौती से निपट सकते हैं।
आईसीएमआर के महामारी रोग विभाग के प्रमुख डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया इस समय देश में आईसीएमआर के तहत 126 सरकारी लैब कोरोना वायरस की जांच कर रहे हैं और अब तक 47951 टेस्ट कर लिए गए हैं तथा कल तक कुल 4562 टेस्ट किए गए थे और अभी तक 38 प्रतिशत क्षमता का इस्तेमाल हुआ है। निजी क्षेत्रों की 51 लैब को भी कोरोना वायरस जांच की अनुमति दी गयी है और कल इनमें 816 मरीजों की जांच की गई थी।