राहुल गांधी पर अटैक करने के चक्कर मे, प्रधानमंत्री मोदी ने खोल दी अपनी सरकार की पोल
May 9, 2018
नई दिल्ली, कभी-कभी दूसरों के लिये गड्ढा खोदने वाले स्वयं उस गड्ढे मे गिर पड़तें हैं. यही हाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हुआ है. कर्नाटक के कोलार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के पीएम पद को लेकर दिए बयान को लेकर उन पर तंज कसते हुए रैली में लोगों को एक कहानी सुनाई. लेकिन वह खुद फंस गये.
दरअसल, राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक प्रोग्राम में कहा था कि अगर 2019 के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तो फिर मैं पीएम क्यों नहीं बन सकता। कर्नाटक में चुनाव प्रचार के आखिरी दो दिन बचे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राहुल गांधी के पीएम पद को लेकर दिए बयान को लेकर उनपर जमकर निशाना साधने की कोशिश की लेकिन दांव ही गलत लगा बैठे.
पीएम मोदी ने राहुल गांधी के बयान पर तंज कसते हुए रैली में लोगों को एक कहानी सुनाई. पीएम पद की दावेदारी को राहुल गांधी का अहंकार बताते हुए मोदी ने कहा, ‘जिस गांव में पानी की किल्लत होती है और गांव को पता चलता है कि मंगलवार को तीन बजे पानी का टैंकर आने वाला है, तो गांव के भोले-भाले लोग सुबह से अपनी बाल्टी रख देते हैं. सारे गांव वाले एक कतार में अपनी बाल्टी लगा देते हैं. और फिर तीन बजे टैंकर आएगा, इसका इंतजार करते हैं. लोग इतने ईमानदार होते हैं कि अपने घर चले जाते हैं और अपने कामकाज में लग जाते हैं.
कतार में रखी बाल्टी को कोई नहीं छूता, और फिर टैंकर आते ही लोग बारी-बारी से सभी पानी भरते हैं. लेकिन आप जानते हैं कि गांव में कुछ दबंग और सिरफिरा भी होता है. कानून, नियम और लोकतंत्र को वो नहीं मानता है. वह तीन बजे ठीक पहुंच जाता है और यूं छाती करके निकलकर आता है. बाकियों की बाल्टी को दूर करके सबसे पहले अपनी बाल्टी को रख देता है और पानी भरकर चला जाता है.
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, ‘कल हिंदुस्तान की राजनीति में भी ऐसा ही हुआ. अचानक एक आ गया, उसने घोषित कर दिया. बाकी कतार का, जो होगा सो होगा. 40 साल से जो नेता पड़ा है वो पड़ा है. उसने आकर अपनी बाल्टी रख दी कि मैं प्रधानमंत्री बनूंगा. आप मुझे बताएं कि इस प्रकार से स्वयं को पीएम घोषित करना इस बात का सबूत नहीं है कि क्या उनका अहंकार सातवें आसमान पर है.
लेकिन पीएम मोदी ये कहानी सुनाते हुये ये भूल गये कि पूरे देश मे उनका शासन है. केंद्र मे उनकी सरकार है. साथ ही देश के 20 राज्यों मे बीजेपी गठबंधन की सरकारें हैं. एेसे मे 4 साल से अधिक केंद्र की सरकार चलाने के बाद, अगर पानी जैसी मूलभूत जरूरत की देश के गांवों मे यह दुखद स्थिति है तो यह पीएम मोदी के मुंह पर तमाचा है.
डिजिटल इंडिया और बुलेट ट्रेन की बात करने वाले प्रधानमंत्री यह कहानी सुनाकर राहुल गांधी का मजाक नही उड़ा रहे, बल्कि गावों मे पानी को तरस रही इस देश की बहुसंख्यक जनता का मजाक उड़ा रहें हैं, खुद अपनी सरकार का मजाक उड़ा रहें हैं और खुद मजाक बन रहें हैं.