नयी दिल्ली, भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रभारी अमित मालवीय ने कोरोना वायरस से मुकाबला करने से जुड़े चिकित्सा उपकरणों के निर्यात पर देर से प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इनके निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय डब्ल्यूएचओ के परामर्श आने से काफी पहले 31 जनवरी को ले लिया गया था ।
मालवीय ने अपने ट्वीट के साथ कपड़ा मंत्रालय का एक बयान भी साझा किया जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के समन्वय के साथ लिये गए इस फैसले का ब्यौरा दिया गया है । भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रभारी ने कहा, ‘‘ सरकार ने एन95 मास्क, प्लाई मास्क आदि के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला डब्ल्यूएचओ के परामर्श आने से काफी पहले 31 जनवरी को ले लिया था । एन95 मास्क, बॉडी ओवरॉल कोविड-19 के संबंध में महत्वपूर्ण व्यक्तिगत सुरक्षात्मक चीजें हैं और इसके बाद से इनके निर्यात की अनुमति नहीं दी गई है । ’’
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया था कि डब्ल्यूएचओ के वेंटिलेटर, सर्जिकल मास्क का पर्याप्त स्टाक रखने की सलाह के विपरीत भारत सरकार ने 19 मार्च तक इन सभी चीजों के निर्यात की अनुमति क्यों दीं? उन्होंने आरोप लगाया कि ये खिलवाड़ किन ताक़तों की शह पर हुआ? क्या यह आपराधिक साजिश नहीं है?