प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मांगी क्षमा, बताया -क्यों उठाया ये कदम ?
March 29, 2020
नयी दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना ने पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया है और इसकी गंभीरता को देखते हुए देश में लॉकडाउन करना पड़ा जिसके कारण कई लोगों, खासकर गरीबों को दिक्कत हो रही है इसलिए उनसे क्षमा चाहता हूँ।
श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी से प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि यह जीवन और मरण की लड़ाई है और कोरोना को हराना है इसके लिए समय पर लॉकडाउन का निर्णय लेने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था इसलिए यह कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन कठोर कदम है लेकिन यदि यह कदम नहीं उठाया जाता तो संकट और तेजी से बढ़ता। इस रोग के संक्रमण से बचाव का यही एक तरीका था।
श्री मोदी ने कहा कि इस कदम से गरीब बहुत प्रभावित हुआ है। उनके सामने बड़ा संकट पैदा हुआ है लेकिन कोरोना को हराना है तो कड़े कदम आवश्यक हैं। समय पर लोगों को बचाने के लिए यह निर्णय जरूरी था इसलिए लॉकडाउन किया गया। इस कदम के कारण गरीब ज्यादा परेशान हैं इसलिए उनसे क्षमा मांगता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोरोना को रोकने के लिए लागू 21 दिन के लॉक डाउन के दौरान जो लोग जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रखे हुए है, वे अपना जीवन दांव पर लगा कर देश सेवा कर रहे है इसलिए वे हमारे असली हीरो हैं और समाज के लिए उनकी सेवा सराहनीय है।
श्री मोदी ने रविवार को रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि संकट की इस घड़ी में आवश्यक समान बेचने वाले दुकानदार अपना जीवन जोखिम में डाल कर लॉकडाउन के कारण अपने घरों में कैद लोगों को जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय एक ड्राइवर अपना जीवन संकट में डाल कर लोगों को जरूरी समान पहुंचा रहा है ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। इसी तरह से फल, दूध आदि के विक्रेता देश को संकट के समय महत्वपूर्ण सेवा दे रहे है। ई कॉमर्स सेवा के कर्मचारी भी जान पर खेल कर काम कर रहे है इसलिए वे हमारे समाज के सच्चे हीरो है।
प्रधानमंत्री ने कहा बैंकिंग सेवा के लोग लगातार समर्पित भाव से जन सेवा का काम कर रहे है। इंटरनेट सेवा देने वाले कर्मी निर्बाध सेवा दे रहे है और देश ऐसे सब लोगों का धन्यवाद करता है।