मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) अब यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के नाम से जाना जाएगा। एलएमआरसी की असाधारण सामान्य बैठक में नाम परिवर्तन को औपचारिक मंजूरी दे दी गई। अब कंपनी रजिस्ट्रार के यहां नाम के बदलने की औपचारिकता पूरी की जा रही है। यूपीएमआरसी पुरानी टीम के साथ ही काम करेगा, पर उसके पास अब प्रदेश के दूसरे शहरों की भी जिम्मेदारी होगी।
लखनऊ में मेट्रो ट्रेन संचालन के लिए वर्ष 2013 में एलएमआरसी का गठन किया गया था। वर्ष 2016 में दूसरे शहरों में मेट्रो चलाने के लिए विशेष प्रयोजन साधन बनाने के समय पूरे राज्य की एक कंपनी बनाने पर सहमति बनी। इसके साथ ही यूपीएमआरसी के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई। एलएमआरसी की छह जून की बोर्ड बैठक में यूपीएमआरसी के नाम से एसपीवी बनाने का फैसला लिया गया। अब एलएमआरसी के नाम को औपचारिक रूप से यूपीएमआरसी में बदलने का फैसला हो गया है। कंपनी के एक बोर्ड सदस्य ने बताया कि एलएमआरसी की तरह यूपीएमआरसी में भी प्रदेश और केंद्र सरकार की 50-50 प्रतिशत की साझेदारी होगी।
एलएमआरसी के नाम को बदलकर यूपीएमआरसी कर दिया गया है। हालांकि, बोर्ड में पूर्व की तरह ही निदेशक बने रहेंगे। एमडी के रूप में कुमार केशव के नाम पर सहमति बनी है। इसके अलावा बोर्ड के चेयरमैन सचिव आवास पदेन रहेंगे। अभी दुर्गा शंकर मिश्र इस पद पर मौजूद हैं। कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन को भी नई एसपीवी के उद्देश्य के अनुसार बदला गया है।