निजामुद्दीन पश्चिम: 14वीं शताब्दी के सूफी ख्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह के लिए जाना जाता है। दक्षिणी दिल्ली का यह स्थान देश के विभिन्न भागों में कोरोना वायरस फैलने का एक केन्द्र बनकर उभरा है। इस क्षेत्र में एक मार्च से 15 मार्च तक तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया था।
निजामुद्दीन पश्चिम में तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले छह लोगों की तेलंगाना में और जम्मू कश्मीर में एक व्यक्ति की मौत हुई।
अकेले दिल्ली में ही इस कार्यक्रम में शामिल हुए 53 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये है। इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल हुए 441 लोगों में इस महामारी के लक्षण दिखने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दिलशाद गार्डन:
उत्तर पूर्वी दिल्ली का यह क्षेत्र भी उस समय सुर्खियों में आ गया जब सऊदी अरब की यात्रा करने वाली एक महिला इस वायरस से संक्रमित पाई गई।
वह मौजपुर में ‘मोहल्ला’ क्लिनिक के एक डॉक्टर के संपर्क में भी आ गई जो इस बीमारी से संक्रमित हो गये। ऐसा माना जाता है कि डॉक्टर सैकड़ों लोगों के संपर्क में आया और इसके बाद उनकी पत्नी भी इससे संक्रमित हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक, शाहदरा जिले (शाहदरा जिले के तहत दिलशाद गार्डन) में मरीजों की संख्या 11 है।’’
राजस्थान
भीलवाड़ा:
राजस्थान में कोरोना वायरस के कुल 83 मामले सामने आये है जिनमें से भीलवाड़ा से 26 मामले सामने आये है। आठ मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 1,194 नमूनों को लिया है।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 26 लाख से अधिक लोगों की जांच की जा रही है।
भीलवाड़ा में कोरोना वायरस से दो लोगों की मौत हुई है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इन लोगों की मौत अन्य घातक बीमारियों से हुई है।
भीलवाड़ा में एक निजी अस्पताल का एक डॉक्टर इस वायरस से संक्रमित पाया गया था जो इस वायरस का पहला मामला था।
अब तक सामने आए ज्यादातर मामले या तो अस्पताल के कर्मचारियों के हैं या फिर मरीज जो अस्पतालों में इलाज के लिए गए थे।
उत्तर प्रदेश
नोएडा:
दिल्ली से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में अब तक कोरोना वायरस के 38 मामले सामने आये है, जोकि उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले में सबसे ज्यादा हैं।
नोएडा में लगभग 24 मामले प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक निजी फर्म से जुड़े है जिसे अब सील कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि अब तक 626 नमूनों की जांच की गई और नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में 1,852 लोगों की निगरानी की गई जबकि जिले में विभिन्न पृथक केन्द्रों में अन्य 291 लोगों को पृथक रखा गया है।
उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में अब तक छह मरीज स्वस्थ हो गये है और उन्हें मंगलवार तक अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इस समय 32 मरीजों का इलाज चल रहा है।
मेरठ:
पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य का दूसरा हॉटस्पॉट है जहां मामलों की संख्या 100 के पार पहुंच गई और 19 लोग इस बीमारी से संक्रमित पाये गये है।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को 17 नमूनों की जांच की गई जिनमें से छह लोग संक्रमित पाये गये। इन छह में से चार लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं।, जो हाल ही में महाराष्ट्र से लौटे थे। शहर में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले शुक्रवार को सामने आया था। मेरठ में संक्रमण से आज एक व्यक्ति की मौत हो गयी ।
महाराष्ट्र
मुंबई:
मुंबई में सोमवार कई लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने वर्ली के कोलीवाड़ा क्षेत्र और गोरेगांव उपनगर को हॉटस्पॉट घोषित किया।
मुंबई में कोरोना वायरस से आठ लोगों की मौत हो चुकी है और 167 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के अबतक 230 मामले सामने आ चुके हैं। दस लोग जान गंवा चुके हैं और 39 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। राज्य में फिलहाल 181 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
पुणे
पुण में मंगलवार तक 46 मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में पहले दो मामले पुणे से नौ मार्च को सामने आए थे।
अब तक 3,500 लोगों और उनके करीबियों को घरों में अलग रहने के लिये कहा गया है। इनमें विदेश यात्रा करके लौटे लोग भी शामिल हैं।
अधिकारियों के अनुसार, 2,216 यात्री निगरानी में हैं। इनमें से 1,403 ने अपनी 14-दिन की पृथकता अवधि पूरी कर ली है और 813 अभी भी निगरानी में हैं।
गुजरात
अहमदाबाद
गुजरात में अबतक सामने आए 71 मामलों में से सबसे अधिक मामले अहमदाबाद जिले से आए हैं। इनमें से भी अधिकतर मामले अहमदाबाद शहर के हैं।
गुजरात के अतिरिक्त निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉक्टर प्रकाश वाघेला ने कहा, ‘अहमदाबाद को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है।’
केरल
कासरगोड
कारसगोड देश में कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक है, जहां कोरोना वायरस से 99 लोग प्रभावित पाए गए हैं। 7,725 लोगों को निगरानी में रखा गया है। कुल 163 लोग पृथक केन्द्रों में हैं।
पथनमथिट्टा
पथनमथिट्टी में कोरोना वायरस के पांच मामले सामने आ चुके हैं। 7,254 लोगों को निगरानी में रखा गया है।