खुर्जा के मौहल्ला पंजाबियान निवासी दुल्हा आरिफ ने बताया कि उसके विवाह की तारीख लाकडाउन की घोषणा से पूर्व 15 अप्रैल को पक्की कर दी गयी थी। उसकी शादी गौतमबुद्ध नगर के जारचा गांव निवासी आसमा के साथ तय हुयी थी। आरिफ ने बताया कि 14 अप्रैल तक लाकडाउन की अवधि समाप्त होने की आशा पर परिजनों ने बारातियों को भी निमंत्रण दे दिया था लेकिन ऐन वक्त पर लाकडाउन की अवधि बढ़ गयी और वह अपनी बारात नहीं ले जा सका।
उसने कहा कि तब पूरे परिवार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा काजी को बुलवा कर निकाह पढ़वाने का निर्णय लिया। इस दौरान काजी के अलावा चार लोग वर पक्ष से तथा वधू पक्ष से भी चार लोग बैठ गए। वीडियो कांफ्रेंसिंग कर दोनों की रजामंदी से निकाह पढ़वा दिया गया।
आरिफ ने बताया “ कोरोना से बचाव के लिये हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश का पालन करने की कटिबद्ध है और हमने सोशल डिसटेंसिंग बनाते हुए पूरे नियमों का पालन किया है। आखिर यह हमारी सुरक्षा के साथ साथ देश की सेहत से जुड़ा सवाल था और हम और हमारा परिवार अपने फैसले से संतुष्ट है। ”