लोक कलाकारों के लिए ‘मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना‘ की अनूठी पहल
April 13, 2020
नई दिल्ली, कोरोना वायरस संक्रमण के बाद उपजे हालात में मुश्किल और विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे ग्रामीण क्षेत्रों के लोक कलाकारों के लिए ‘मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना‘ की अनूठी पहल की है।
राजस्थान सरकार की कला, साहित्य और संस्कृति विभाग की इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण लोक कलाकारों का प्रोत्साहन करना है।
कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे अनेक लोक कलाकार हैं जो लोक कलाओं की सुरभि बिखेर कर अपनी आजीविका चलाते हैं। मौजूदा विकट हालात को देखते हुए राज्य की लोक संस्कृति और कला को जीवंत बनाए रखने में अपना सतत् योगदान देने वाले ऐसे कलाकारों को यथासम्भव सहायता और सम्मान देने के लिए कला एवं संस्कृति विभाग ने यह अनूठी योजना तैयार की है।
डॉ. कल्ला ने बताया कि यह योजना विभाग की अनुदान योजना के तहत संचालित होगी और इसके तहत चयनित प्रविष्टियों के लिए लोक कलाकारों को निर्धारित दरों पर भुगतान किया जाएगा।
कल्ला ने बताया कि योजना के लिए रवीन्द्र मंच, जयपुर को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इसमें आधार कार्ड का पता ही आवेदक कलाकार की ग्रामीण पृष्ठभूमि का आधार होगा। आवेदन के लिए पात्र कलाकार राजस्थान की कोई भी प्रदर्शनकारी लोक कला, लोक वाद्ययंत्र वादन, एकल नृत्य, एकल लोक गायन का वीडियो प्रविष्टि के रूप में भेज सकेंगे।
नई दिल्ली, कोरोना वायरस संक्रमण के बाद उपजे हालात में मुश्किल और विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे ग्रामीण क्षेत्रों के लोक कलाकारों के लिए ‘मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना‘ की अनूठी पहल की है।
राजस्थान सरकार की कला, साहित्य और संस्कृति विभाग की इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण लोक कलाकारों का प्रोत्साहन करना है।
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कला, साहित्य एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे अनेक लोक कलाकार हैं जो लोक कलाओं की सुरभि बिखेर कर अपनी आजीविका चलाते हैं। मौजूदा विकट हालात को देखते हुए राज्य की लोक संस्कृति और कला को जीवंत बनाए रखने में अपना सतत् योगदान देने वाले ऐसे कलाकारों को यथासम्भव सहायता और सम्मान देने के लिए कला एवं संस्कृति विभाग ने यह अनूठी योजना तैयार की है।
इसमें चयनित प्रविष्टियों पर भुगतान मिलेगा।
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डॉ. कल्ला ने बताया कि यह योजना विभाग की अनुदान योजना के तहत संचालित होगी और इसके तहत चयनित प्रविष्टियों के लिए लोक कलाकारों को निर्धारित दरों पर भुगतान किया जाएगा।
कल्ला ने बताया कि योजना के लिए रवीन्द्र मंच, जयपुर को नोडल एजेंसी बनाया गया है। इसमें आधार कार्ड का पता ही आवेदक कलाकार की ग्रामीण पृष्ठभूमि का आधार होगा। आवेदन के लिए पात्र कलाकार राजस्थान की कोई भी प्रदर्शनकारी लोक कला, लोक वाद्ययंत्र वादन, एकल नृत्य, एकल लोक गायन का वीडियो प्रविष्टि के रूप में भेज सकेंगे।