बलिया, समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने माफिया मुख्तार अंसारी के पुत्र एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) विधायक अब्बास अंसारी को दल में शामिल कराने का फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व पर टालते हुए कहा है कि अभी तो वो ओमप्रकाश राजभर के साथ थे, जब जेल से निकलेंगे तो बातचीत होगी।
शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को सपा में शामिल करने के सवाल पर कहा कि “ अभी तो वो ओमप्रकाश राजभर के साथ थे, जब जेल से निकलेंगे तो बातचीत होगी मगर इस फैसला भी राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी को लेकर दिए गए बयान को लेकर कहा “ श्री योगी और भारतीय जनता पार्टी के लोगों से क्या उम्मीद करेंगे। जब मामला न्यायालय में है और हम कहें कि ये मस्जिद है तो क्या मान लेंगे। जब बाबरी मस्जिद मामले में न्यायालय का फैसला आया तो न्यायालय के आदेश को हम सब लोगों ने स्वीकार किया है। उन्हें कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए था।”
उन्होने कहा “ भारतीय जनता पार्टी के लोग कोर्ट, संविधान, लोकतंत्र को मानते नहीं, न्यायालय का इंतजार कर नहीं सकते । भाजपा के लोग लोकतंत्र व संविधान विरोधी हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह बयान पूरी तरह से न्यायालय की अवमानना है।
ओमप्रकाश राजभर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि राजभर पहले अपना जहूराबाद सीट बचायें, वो बहुत है। स्वामी प्रसाद मौर्य के धार्मिक स्थलों को लेकर बयानबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्वामी ने जो भी बयान दिया है वो उनका व्यक्तिगत बयान हो सकता है, लेकिन हम इस सब धार्मिक मामलों में नहीं जाना चाहते हैं । हम केवल समाजवादी पार्टी के संगठन को मजबूत करके भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश से हटाने का काम करेंगे ।
उन्होने आगामी लोकसभा चुनाव में शिवपाल ने सपा संगठन को मजबूत कर 50 सीटें जीताने का दावा किया है । शिवपाल यादव ने कहा “ हम उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के संगठन को मजबूत करके पूरे उत्तर प्रदेश में कम से कम 50 सीटें जीतेंगे। पिछली बार मैं पार्टी में था भी नहीं लेकिन इस बार संगठन को और मजबूत करेंगे।”
राम मन्दिर में दर्शन के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि पहले मंदिर पूरा तो हो जाए फिर जरूर दर्शन करेंगे । आजमगढ़ से चुनाव लड़ने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि जो भी राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला होगा वो मुझे स्वीकार होगा ।
विपक्षी गठबंधन में प्रधानमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन में नीतीश, ममता, शरद पवार, राहुल गांधी, सोनिया जैसे की चेहरे हैं और हमारे नेता भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से ज्यादा पढ़े लिखे भी हैं । कांग्रेस का नेतृत्व स्वीकार करने के सवाल पर कहा कि हमारा इण्डिया गठबंधन है और गठबंधन जो फैसला लेगा हम वो स्वीकार करेंगे ।