नई दिल्ली, मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए सिंगल एंट्रेस की तर्ज पर अब इंजिनियरिंग और आर्किटेक्चर के लिए भी अंडरग्रैजुएट स्तर पर सिंगल एंट्रेस टेस्ट होगा। केन्द्र ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब 2018 से इंजिनियरिंग के लिए भी सिंगल एंट्रेस टेस्ट होगा। लेकिन आईआईटी सिंगल एंट्रेस टेस्ट के दायरे से बाहर रहेंगे। वे पहले की तरह अपना खुद का एंट्रेस टेस्ट आयोजित करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शैक्षिक वर्ष 2018-19 से प्रस्ताव के क्रियान्वयन के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन को एक उचित रेग्युलेशन जारी करने के लिए कहा है। यह टेस्ट अमेरिका में कॉलेज में दाखिले की तर्ज पर होगा। गौरतलब है कि अमेरिका में कॉलेज में दाखिले के लिए एक साल में कई बार एसएटी का आयोजन होता है वैसे ही इसका भी आयोजन होगा।
साथ ही नीट की तरह इसका कई भाषाओं में एग्जाम होगा। पांच राज्यों में इंजिनियरिंग कॉलेजों में दाखिले जेईई में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है। वहीं कई राज्यों में अलग-अलग इंजिनियरिंग टेस्ट आयोजित होतें या दाखिला 12वीं क्लास के मार्क्स के आधार पर होता है। ज्ञातव्य है कि 27 राज्यों में कुल 3,288 इंजिनियरिंग कॉलेज हैं।