हरिद्वार, धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा की रक्षा एवं गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए मातृ सदन के दो अन्य संत ब्रहमचारी आत्मबोधांनद और पुण्यानंद भी अनशन पर बैठ गये हैं और प्रधानमंत्री को भी इस विषय में पत्र भेजा गया है।
गौरतलब है कि गंगा की रक्षा एवं गंगा को निर्मल बनाए रखने के लिए ही प्रो. जीडी अग्रवाल ने मातृ सदन में ही 112 दिनों तक अनशन किया था जिसके बाद ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मृत्यु हो गई थी। प्राे. जी डी अग्रवाल का अनुसरण कर रहे एक ओर संत गोपालदास भी लंबे अनशन पर है और प्रशासन ने उनको जबरन उठाकर एम्स में भर्ती करवा दिया था जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
संत गोपालदास ने भी घोषणा कर रखी है कि गंगा को लेकर उनकी एवं दिवंगत जीडी अग्रवाल की मांगों को नहीं माना गया तो वह भी अपने प्राणों की आहूति दे देगें। संत गोपालदास ने भी जल त्याग दिया है। जिसके बाद जिला प्रशासन ने उन्हे पहले एम्स ऋषिकेश भर्ती करवाया था बाद में वहां से उन्हें पीजीआई चंडीगढ भेज दिया था। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानन्द ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मंत्रीए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने राजनितिक लाभ के लिए गंगा का इस्तेमाल किया एवं झूठी घोषणाएं की हैं।
प्रो. अग्रवाल की मौत के बाद उनके झूठ का पर्दाफाश हो चुका है। मातृ सदन के दो संत गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए मरते दम तक अनशन पर बैठे रहेगे और आवश्यकता पड़ी तो वह भी गंगा के लिए अन्न और जल त्याग देंगे। स्वामी शिवानन्द का कहना है कि गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने के लिए राज्य में शुरू होने वाली बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं पर तुरन्त रोक लगाई जाए। गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए सख्त कानून बनाए जाएए साथ ही गंगा में होने वाले अवैध खनन को भी बंद किया जाए।