नई दिल्ली, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मेकमास्टर ने आज यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास 7, लोक कल्याण पर मुलाकात की और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों तथा स्थिति का अवलोकन किया। इसमें भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर और कुछ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। पीएम मोदी से मुलाकात के पहले भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर(एनएसए) अजित डोभाल से उनकी मुलाकात हुई।
अमेरिकी एनएसए सोमवार शाम पाकिस्तान से यहां पहुंचे। पाकिस्तान में उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की। इस्लामाबाद में शरीफ और मेकमास्टर के बीच हुई मुलाकात में भारत और पाकिस्तान के बीच संबधों पर भी चर्चा हुई। दक्षिण एशियाई दौरे पर आए मेकमास्टर पाकिस्तान जाने से पहले अफगानिस्तान भी गए थे।
मैकमास्टर भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात कर सकते हैं। मैकमास्टर कल पाकिस्तान में थे जहां उन्होंने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ और उनके विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से आतंकवाद को अच्छे और बुरे चश्मे से नहीं देखने की सलाह दी थी, साथ ही कहा था कि ट्रंप सरकार पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध चाहती है।
अमेरिकी सिक्योरिटी एडवाइजर की साउथ एशिया के देशों की यात्रा अमेरिकी-अफगान नीति को लेकर स्पष्ट करेगी। इस मुलाकात के दौरान दोनों के बीच सुरक्षा और आतंकवाद का मुद्दा केंद्र बिंदु रहा। इसके अलावा कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर दोनों के बीच बातचीत हुई है। इस मुलाकात के दौरान डोभाल और मैकमास्टर ने आतंकवाद से एकजुट होकर लड़ने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। इसके अलावा वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात कर सकते हैं।
मैकमास्टर और डोभाल के बीच हुई इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। इसकी वजह यह भी है कि अमेरिकी एनएसए का दौरा उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तान के साथ भारत की तनातनी काफी बढ़ चुकी है। कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान कोर्ट द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद उसने अपनी सेना के तैयार रहने की भी धमकी भारत को दी है। भारत आने से पहले मैकमास्टर पाकिस्तान भी गए थे। उन्होंने वहां पाकिस्तान सरकार से भारत के खिलाफ छद्म रवैया न अपनाने और कूटनीति का सहारा लेने की सलाह भी दी थी।
पाकिस्तान पहुंचे मैकमास्टर ने वहां प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) नासेर खान जंजुआ और विदेश विभाग के अधिकारी सैयद तारीक फातमी के साथ मुलाकात की थी। मैकमास्टर के साथ पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डेविड हैले, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी प्रतिनिधि लॉरेल मिलर, अमेरिकी प्रशासन में दक्षिण एशिया मामलों की वरिष्ठ निदेशक लीजा कर्टिस और पाकिस्तान मामलों के निदेशक जे. वाइज भी पहुंचे हैं। गौरतलब है कि अमेरिका ने कुछ दिन पहले ही कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की बात कही थी, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था।
वहीं जाधव के मामले में भारत अमेरिका के जरिए पाकिस्तान पर राजनीतिक और कूटनीतिक दबाव बनाना चाहता है। मैकमास्टर और उनके साथ आ रहे प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमेरिकी प्रशासन में दक्षिण एशिया मामलों की वरिष्ठ निदेशक लीजा कर्टिस को साथ लेने में भारतीय कूटनीतिक सफल रही है। कर्टिस को जनरल मैकमास्टर की व्यक्तिगत पसंद माना जाना है, जो इस बात की प्रबल समर्थक हैं कि आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका को पाकिस्तान को अपने सहयोगी के तौर पर देखना बंद करना चाहिए और आतंकवादी समूहों के खिलाफ भविष्य में दी जाने वाली किसी भी सैन्य मदद पर शर्त लगानी चाहिए।