तिरूवनंतपुरम, उपराष्ट्रपति मो. हामिद अंसारी ने अशक्त लोगों के मुद्दों के हल के लिए एकल केंद्रित संस्था बनाने की अपील की। अशक्त बच्चों को सशक्त करने के केरल सरकार के महत्वाकांक्षी अनुयात्रा अभियान का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि अशक्तों के समन्वय और देखभाल के लिए सामाजिक जागरूकता अब तक अपर्याप्त रही है।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विकासशील समाजों में अशक्तता एक बड़ा स्वास्थ्य मुद्दा है। लेकिन उचित हस्तक्षेप और उन्हें लागू करना अब भी शुरूआती अवस्था में है। उन्होंने कहा कि अशक्त लोग, बच्चे सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के दायरे में आते हैं। कुछ मुद्दों से स्वास्थ्य मंत्रालय निपटता है।
एकल केंद्रित संस्था के अभाव का नतीजा अक्सर ही एकीकृत कार्यक्रम के अभाव के रूप में सामने आता हैं। गैर संचारी रोगों के बढ़ने और बढ़ती उम्र के साथ उम्र ढांचा में बदलाव के चलते अशक्त लोगों का मुद्दा एक बड़ी नीतिगत चिंता बने रहने की संभावना है।