नई दिल्ली, संघ मुक्त भारत के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान असर दिखा रहा है। आरएसएस के खिलाफ नीतीश की राय से सहमति जताते हुए कांग्रेस ने कहा, ‘देश को वाकई ‘संघ मुक्त’ और ‘भाजपा मुक्त’ बनाया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने देश के लोकतंत्र, एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा कर दिया है।’उन्होंने कहा, ‘हमारे बीच कोई लड़ाई नहीं है। हम सब एक साथ हैं। लेकिन हमारे एकजुट होने से पहले, देश की जनता मोदीजी को हटाने के लिए एकजुट हो जाएगी। समय और चीजें बदलती रहती हैं। लोहियाजी कांग्रेस के खिलाफ थे, लेकिन कांग्रेस और लोहिया के अनुयायी आज एक गठबंधन में एक साथ हैं। उसमें भारी बदलाव आया है।’
एनसीपी भी सुझाव को अच्छा बता रही है। एनसीपी नेता तारिक अनवर ने कहा कि देश में सांप्रदायिकता बढ़ रही है और इससे मुकाबला करने के लिए सारी पार्टियों को एकजुट होने की जरूरत है।
पटना में शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ के नारे के जवाब में कहा था, ‘संघ मुक्त भारत बनाने के लिए सभी गैर बीजेपी दलों को एक होना होगा।’
विपक्षी पार्टियों में नीतीश की एकता की कोशिशों पर बीजेपी के नेता और संसदीय कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पहले गैर कांग्रेस के नाम पर इकट्ठा होते थे और अब गैर बीजेपी के नाम पर, लेकिन इससे हम पर कोई असर नही पड़ता है।