लंदन, भारत के मुख्य कोच अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने अपनी सालाना बैठक में कई सिफारिशें कीं जिसमें सभी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिये डीआरएस का इस्तेमाल करना और मैदानी अंपायरों को गलत व्यवहार के लिये खिलाडियों को मैदान से बाहर भेजने का अधिकार देना अहम रहीं।
एक अन्य सिफारिश का प्रस्ताव दिया गया कि टीमें अपना रिव्यू नहीं गंवायेंगी जब एलबीडब्ल्यू की समीक्षा पर अंपायरों को फैसला करना होगा। हालांकि अगर इसे अपना लिया गया तो टेस्ट क्रिकेट में 80 ओवर के बाद टाप-अप रिव्यू हटा लिये जायेंगे। समिति ने सर्वसम्मति से टेस्ट क्रिकेट टूर्नामेंट को लागू करने के लिये समर्थन जताया क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के भविष्य के लिये अहम था।
इसके साथ ही इसने ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिये पूर्ण समर्थन दिया। समिति ने नये क्रिकेट के नियमों पर भी विचार किया और नियमों में भारी बदलाव को अपनाने की सिफारिश की जिसमें अंपायरों को खिलाडियों को उस परिस्थिति में बाहर भेजने का अधिकार देना शामिल था जिसमें खिलाड़ी ने मैदान पर हिंसा दिखाते हुए गलत व्यवहार किया हो। अन्य सभी अपराधों का आईसीसी की आचार संहिता के अंतर्गत ही निपटारा करना जारी रहेगा।