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आगामी चुनावों के लिये नहीं, अगली पीढ़ियों के वास्ते काम कर रहा हूं: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान

लुधियाना,  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद सभा को संबोधित करते हुये कहा कि यह दिन हमारे लिये बहुत महत्व रखता है क्योंकि पंजाबियों के भारी बलिदानों के बाद इसे पाया गया था।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब की झांकी को जानबूझकर गणतंत्र दिवस परेड से बाहर रखा गया। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि पंजाब के बिना राष्ट्रीय त्योहार कैसे मनाये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जानबूझकर पंजाब की झांकी को परेड से बाहर रखा, उन्हें बताना चाहिये कि उसमें क्या गलत है। राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी झांकियों में राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत का विधिवत प्रदर्शन किया गया है, क्योंकि हम राज्य के गौरव के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते।

केंद्र सरकार द्वारा पंजाबियों के सर्वोच्च बलिदान का मजाक उड़ाना असहनीय और अनुचित है, राज्य ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने झांकी को अस्वीकार कर शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरु, शहीद सुखदेव, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह, शहीद करतार सिंह सराभा, माई भागो, गदरी बाबे और अन्य महान शहीदों का अपमान किया है। राज्य उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस परेड में इन वीरों की झांकी को शामिल न करके उनके योगदान और बलिदान को कमतर किया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय वायु सेना स्टेशन हलवारा, लुधियाना में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कड़े प्रयासों के कारण, मोहाली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम पहले ही शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जा चुका है, उन्होंने कहा कि हलवारा हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम पर रखा जाना शहीद को एक विनम्र श्रद्धांजलि होगी।

मुख्यमंत्री ने लोगों से लड़कों और लड़कियों के बीच लैंगिक भेदभाव खत्म करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह समय की मांग है कि लड़कियों को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के लिये पंख दिये जायें, जिससे वे सफलता की नयी कहानियां लिखने में सक्षम हो सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पानी और उपजाऊ मिट्टी के मामले में अपने एकमात्र उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन करके 182 लाख टन धान का उत्पादन करता है। उन्होंने कहा कि तभी देश खाद्य उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बना है, जिससे यह दुनिया भर में एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभरा है। उन्होंने हालांकि दुख जताया कि राज्य के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से वंचित करने की साजिश रची जा रही है, जो भेदभावपूर्ण और दयनीय है।

मुख्यमंत्री ने हालांकि कहा कि पंजाब अग्रणी है और पंजाब हमेशा आगे रहेगा क्योंकि पंजाबियों को कड़ी मेहनत और लचीलेपन की अदम्य भावना का आशीर्वाद मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिये अपना कर्तव्य सावधानीपूर्वक और उत्साहपूर्वक निभा रही है कि पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करे।

श्री मान ने कहा कि उन्हें अगले चुनावों की चिंता नहीं है बल्कि वह अगली पीढ़ी के कल्याण के लिये काम कर रहे हैं, जिसके कारण कई अग्रणी पहल की गयी हैं।

श्री मान ने कहा कि राज्य सरकार के हर संभव प्रयास से पिछले 75 वर्षों में पहली बार प्रदेश के आखिरी खेत के अंतिम छोर तक नहर का पानी पहुंचा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिये कर्तव्यबद्ध है, ताकि राज्य के किसानों को इससे अत्यधिक लाभ हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिये राज्य सरकार ने पंजाब में आम आदमी क्लीनिक स्थापित किये हैं। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 97 लाख लोग इन क्लीनिकों में मुफ्त स्वास्थ्य सेवा की सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार ने राज्य में अपनी तरह का पहला स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किया है और पहले वर्ष के दौरान 8358 छात्रों ने इसमें दाखिला लिया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को मुफ्त वर्दी प्रदान करने के अलावा, स्कूल के बुनियादी ढांचे और खेल सुविधाओं के विकास के लिये 200 करोड़ रुपये की राशि रखी गयी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों से राज्य में 65,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे युवाओं को 2.98 लाख नौकरियां मिलेंगी। इससे राज्य को उच्च विकास पथ पर लाकर आर्थिक विकास को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मृत्यु दर को रोकने और दूसरी तरफ राज्य की सड़कों पर यातायात की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिये, राज्य सरकार 27 जनवरी को जालंधर से सड़क सुरक्षा बल लॉन्च करेगी।

उन्होंने कहा कि इस बल को लापरवाही से गाड़ी चलाने पर रोक लगाने, सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने और अन्य का काम सौंपा जायेगा। सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिये भगवंत सिंह मान ने कहा कि शुरुआत में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस 129 वाहनों को हर 30 किलोमीटर के बाद सड़कों पर तैनात किया जायेगा और इन वाहनों में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को आपातकालीन उपचार प्रदान करने के लिये पूरी मेडिकल किट भी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महज 19 महीनों में लगभग 40,000 युवाओं को नौकरियां दी हैं और एक साल में औसतन 23,432 युवाओं को राज्य सरकार ने नौकरियां

दी हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है, उन्होंने कहा कि सभी नौकरियाँ पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया अपनाकर योग्यता के आधार पर दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि 50 प्रतिशत से अधिक नौकरियाँ लड़कियों को मिली हैं, जो राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रही हैं।

श्री मान ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई है और सभी को दर्शन करने वहां जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि पंजाब पूरे देश में धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सद्भाव का प्रतीक है क्योंकि सदियों से सभी वर्गों के लोग यहां शांति से रह रहे हैं।

उन्होंने सांप्रदायिक एजेंडा चलाने वाली पार्टियों पर कटाक्ष करते हुये कहा कि आम

आदमी पार्टी विभाजनकारी राजनीति में विश्वास नहीं करती बल्कि वह ‘काम की राजनीति’ के माध्यम से सभी के कल्याण के सिद्धांत पर काम करती है।