लखनऊ,राजधानी के ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक बच्ची की जान ले ली। कक्षा 9 में पढ़ने वाली शालू के सिर में तेज दर्द हुआ तो परिजन उसे लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जहां पांच घंटे इंतजार के बाद शालू को भर्ती किया गया।
परिजनों का आरोप है कि शालू को कोई इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद उसकी आंख खुली ही नहीं और उसकी मौत हो गई।