लखनऊ, कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लाकडाउन के बीच गुरूवार को मजदूर दिवस सोशल मीडिया की मदद से मनाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों के धैर्य की सराहना करते हुये उनको हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया वहीं विपक्षी दलों ने श्रमिकों और कामगारों के प्रति सहानुभूति जताते हुये उनके हितों की रक्षा की पैरवी की। इस अवसर पर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों ने भत्तों में कटौती के विरोध का इजहार किया।
मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट किया “ मेरे प्रवासी कामगार/श्रमिक बहनों-भाइयों, सृष्टि की सभी आपदाएं आपके धैर्य के समक्ष नतमस्तक हुई हैं। आज पुनः कोरोना वायरस की हार आपके धैर्य पर निर्भर है। आप सभी से अपील है कि कतई विकल व व्यथित मत होइए। जहां हैं, वहीं रहिए। अति शीघ्र, आप सभी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाएगी।”
उन्होने एक अन्य ट्वीट में कहा “ विश्व का समस्त वैभव श्रमिकों/कामगारों के अकथनीय श्रम का सुफल है। विकास की प्रक्रिया में ‘श्रमेव जयते’ का उद्घोष करता ‘मई दिवस’ हमारे कामगार एवं श्रमिक वर्ग के सम्मान का दिवस है। आइए,इस अवसर पर हम सब स्वतःस्फूर्त भाव से अपने कामगारों/श्रमिकों के हितों के संरक्षण का संकल्प लें। ”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “ इस साल कोरोनाकाल में एक अलग तरह का ‘श्रमिक दिवस’ है। देश के कई राज्यों में मज़दूर घरों से दूर बिना काम और पैसे के परेशान हैं, इस वजह से इस साल, इस दिन किसी शुभकामना या बधाई देने का अवसर तो नहीं है परंतु श्रमिक अपनों के पास घर सुरक्षित पहुँच पाएं, ये कामना तो हम कर ही सकते हैं।”