नयी दिल्ली, विपक्षी दलों ने आज चुनाव आयेाग से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी की शंकाओं को दूर करने के साथ ही चुनाव प्रक्रिया काे ज्यादा पारदर्शी बनाए जाने की पुरजोर मांग की जबकि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे संदेहों को गलत करार देते हुए कहा कि ये मशीनें पूरी तरह फूल प्रूफ है इनके साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती हालांकि फिर भी वह ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीनों का समर्थन करती है।
ईवीएम मशीनों को लेकर उठाए जा रहे सवालों और चुनाव सुधारों के मसले पर चुनाव आयोग द्वारा आज यहां बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में ज्यादातर राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रणाली को ज्यादा पारदर्शी बनाने और इसे लेकर जो संदेह हैं उन्हें दूर किए जाने पर जोर दिया। बैठक में 7 राष्ट्रीय और 35 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम मशीनों को सबके सामने रखकर उन्हें फूल प्रूफ बताए जाने और इसमें छेड़छाड़ की खुली चुनौती दिए जाने पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह चुनाव आयोग की इस चुनौती को स्वीकार करती है और ऐसा करके दिखाएगी। उसने इसमें आईआईटी के इंजीनियरों को शामिल करने का सुझाव भी दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने वोटिंग मशीन के साथ ही वीवीपैट के इस्तेमालए राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त चंदे में पारदर्शिता और चुनावों में धनबल पर रोक लगाने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित नहींं है इसलिए बैलेट पेपर से चुनाव होने चाहिए । कांग्रेस ने मतदान की पुष्टि वाली पर्ची सम्बन्धी मशीन वीवीपैट को चुनाव में पारदर्शिता की प्रक्रिया का अंत नहीं बल्कि शुरूआत बताते हुए चुनाव में पारदर्शिता एविश्वसनीयता और सत्यापन को जरूरी बताया और कहा कि वीवीपैट मशीन लगने के बाद भी तीन स्तर पर जांच होनी चाहिए । राजनीतिक दलों को इस बात को लेकर पूरी तरह संतुष्ट कराया जाना चाहिए कि ईवीएम मुकम्मल है।