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उत्तर प्रदेश विधान परिषद में छाया रहा, सहारनपुर मामला

लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सहानपुर की घटना पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट सदस्यों ने हंगामा किया जिसके चलते परिषद की कार्यवाही चार बजे तक स्थगित करनी पडी । सत्र के दूसरे दिन शून्य प्रहर में समाजवादी पार्टी  नरेश उत्तम, लीलावती कुशवाह, वासदेव यादव के अलावा कांग्रेस के दिनेश सिंह, दीपक कुमार और बहुजन समाज पार्टी  ठाकुर जयवीर सिंह, सुनील कुमार चित्तौड आदि सदस्यों ने सहानपुर के जिले के सड़क दुधली और शब्बीरपुर गांव में हुई हिंसा एवं आगजनी की घटनाओं पर काम रोक कर सदन में चर्चा कराने की मांग की ।

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सूचना की ग्राह्यता पर बल देते हुए सपा के नरेश उत्तम एबसपा के सुनील कुमार चित्तौडए कांग्रेस के दिनेश सिंह और विरोधी दल के नेता अहमद हसन ने सड़क दुधली गांव में बगैर अनुमति के शोभा यात्रा निकालने और बाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आवास पर तोडफोड की घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी  के सांसद राघव लखनपाल और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की ।

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 सदस्यों ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य सरकार विफल रही है । सदस्यों ने दुधली गांव की घटना में मारे गये 25 वर्षीय युवक सुमित की पत्नी को सरकारी नौकरी के अलावा मुआवजे के रुप में 50 लाख रुपये देने की मांग की ।

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 नेता सदन डा0 दिनेश शर्मा ने सहारनपुर की घटना के बाद की गई कार्रवाई से सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी दोषी को छोडेगी नहीं भले भी वह किसी भी दल का नेता क्यों नध्न हो। दुधली की घटना में सुमित की मृत्यु के मामले में नौ लोगों नामजद करने के अलावा 65 अन्य लोगों को नामजद किया है । पुलिस अब 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है । उन्होंने कहा कि सरकार ने सुमित के परिवारवालों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है ।

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 सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्य वेल में आकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए शोर.शराबा करने लगे । इस पर अधिष्ठाता डा0 यज्ञदत्त शर्मा ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी और बाद में स्थगन का समय बढाकर चार बजे तक कर दिया ।
इसके पहले बसपा के डा0 वासुदेव यादव , अहमद हसन , उदयवीर आदि सदस्यों ने गत 23 अप्रैल की रात इलाहाबाद के नवाबगंज इलाके के शहाबपुर जूडापूर गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों की हत्या एवं महिलाओं के साथ बलात्कार के मामले में कार्य स्थगन की सूचना देते हुए सदन का काम रोककर चर्चा कराने की मांग की ।

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 सूचना की ग्राह्यता पर बल देते हुए लीलावती कुशवाहा और डा0 सरोजनी अग्रवाल ने महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए घटना की सीबाीआई से जांच कराने की मांग की और पीडित परिवार के बच्चों को सुरक्षा एवं आर्थिक मदद देने की मांग की । नेता सदन डा0 दिनेश शर्मा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है । सभापति ने कार्यस्थगन की सूचना को अस्वीकार करते हुए सरकार को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए ।

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 इस के पहले सदस्यों ने शिक्षक दल नेता ओम प्रकाश शर्मा की सुरक्षा को हटाये जाने का मामला उठाया । नेता सदन डा0 दिनेश शर्मा ने सदन को आश्वासन देते हुए कहा की श्री शर्मा सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं और उनकी सुरक्षा जरुरी है । श्री शर्मा को सुरक्षा दी जायेगी ।

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