नई दिल्ली, सरकार ने नोटबंदी के सिलसिले में आज सात नए फैसलों का ऐलान किया। इसका मुख्य उद्देश्य बुआई सीजन में किसानों को राहत देना है। नए फैसलों के तहत किसानों को अपने बैंक खातों से प्रति सप्ताह 25,000 रुपये और पंजीकृत कृषि व्यापारियों को प्रति सप्ताह 50,000 रुपये तक निकालने की छूट दी गई है। अधिकारी ने बताया कि ऐसे परिवारों को भी राहत दी गई है जिनके घरों में शादी होने वाली है। जिन घरों में शादियां हैं, वे पैन कार्ड का विवरण देकर बैंक खाते से 2,50,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। लेकिन उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके परिवार का अन्य सदस्य खाते से समान राशि नहीं निकालेगा।
वहीं, एक व्यक्ति द्वारा बैंक में पुराने 500 और 1,000 रुपये के नोट बदलवाने की सीमा 4,500 रुपये से घटाकर 2,000 रुपये कर दी गई है और यह शुक्रवार से प्रभावी होगी। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यहां संवाददाताओं से कहा कि देश में अभी रबी फसल का सीजन शुरू हुआ है। हम किसानों के लिए उर्वरकों और अन्य सामानों की सहज आपूर्ति सुनिश्चित करना चाहते हैं। दास ने कहा, विभिन्न बैंकों ने किसानों के फसल ऋण स्वीकृत किए हैं। सरकार ने किसानों को प्रति सप्ताह बैंक से 25,000 रुपये तक निकालने की अनुमति दी है। इसे किसान क्रेडिट कार्ड से भी लिया जा सकता है। अन्य रियायत उन किसानों को दी गई है जो विभिन्न कृषि उत्पाद विपणन समितियों के जरिए फसल बेचते हैं।
दास ने कहा, किसान जो अपनी पैदावार मंडियों में बेचते हैं वे अपने बैंक खातों से प्रति सप्ताह 25,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। इसी तरह, विपणन समितियों में पंजीकृत कृषि व्यापारी अपने बैंक खातों से प्रति सप्ताह 50,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन परिवारों को भी रियायत दी हैं जिनके घरों में शादियां हैं। इस तरह के लोग बैंक खाते से 250,000 रुपये तक निकाल सकते हैं। सरकार ने गुरुवार को दो अन्य फैसले किए हैं। फसल बीमा के भुगतान की समयसीमा 15 दिन बढ़ा दी है। एक अन्य फैसले में ग्रुप सी तक के केंद्रीय कर्मचारी 10,000 रुपये तक की अग्रिम राशि ले सकते हैं। यह राशि उनके नवंबर के वेतन में समायोजित कर दी जाएगी। यह नियम भारतीय रेलवे, रक्षा और राज्य सरकार द्वारा संचालित इकाइयों पर भी लागू होगा।