मुंबई, विदेशी बाजारों के सकारात्मक रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर प्रत्यक्ष कर संग्रह में जबरदस्त बढ़ोतरी होने से उत्साहित निवेशकों की ऊर्जा, दूरसंचार, तेल एवं गैस और पावर समेत तेरह समूहों में हुई लिवाली से पिछले दिवस के भूचाल से उबरकर आज शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 89.64 अंक चढ़कर 72,101.69 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 21.65 अंक बढ़कर 21,839.10 अंक हो गया। इसी तरह बीएसई का मिडकैप 0.05 प्रतिशत उठकर 37,762.13 पर पहुंच गया जबकि स्मॉलकैप 0.14 प्रतिशत गिरकर 41,487.14 अंक पर रहा।
इस दौरान बीएसई में कुल 3903 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1609 में लिवाली जबकि 2180 में बिकवाली हुई वहीं 114 में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी की 27 कंपनियों में तेजी जबकि शेष 23 में गिरावट रही।
विश्लेषकों के अनुसार, अनुकूल वैश्विक धारणा और ठोस प्रत्यक्ष कर संग्रह से उत्साहित होकर भारतीय बाजारों में तेजी आई और मामूली बढ़त के साथ बंद हुई। साथ ही मजबूत एफआईआई और डीआईआई निवेश प्रवाह ने बाजार को बनाए रखा। इस वर्ष 17 मार्च तक देश का प्रत्यक्ष कर संग्रह 20 प्रतिशत बढ़कर 18.9 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
बाजार की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, जून में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई है। लचीली अर्थव्यवस्था के कारण अमेरिकी फेड द्वारा वर्ष के उत्तरार्ध में दर में कटौती शुरू करने में देर करने की संभावना है। इसके साथ ही अल्पावधि में प्रीमियम मूल्यांकन के कारण घरेलू स्तर पर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के लार्जकैप से पिछड़ने की संभावना है।
इससे बीएसई के 13 समूहों में तेजी का रुख रहा। इस दौरान सीडी 0.30, ऊर्जा 1.09, एचएमसीजी 0.47, दूरसंचार 0.61, यूटिलिटीज 0.45, ऑटो 0.47, तेल एवं गैस 1.07, पावर 0.92, रियल्टी 0.52 और सर्विसेज समूह के शेयर 0.10 प्रतिशत चढ़ गए।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुझान सकारात्मक रहा। इस दौरान जर्मनी का डैक्स 0.06, जापान का निक्केई 0.66, हांगकांग का हैंगसेंग 0.08 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.55 प्रतिशत मजबूत रहा जबकि ब्रिटेन के एफटीएसई में 0.24 प्रतिशत की गिरावट रही।