नई दिल्ली, गृह मंत्रालय ने जाकिर नाईक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को विदेशों से मिलने वाले चंदे पर रोक लगाने की प्रक्रिया को शुर कर दी है। जिसके तरह फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेग्यूलेशन एक्ट के रजिस्ट्रेशन को रद्द किया जाएगा। इससे पहले जाकिर नाईक के एजूकेशनल ट्रस्ट की भी जांच हो चुकी है। गृह मंत्रालय की ओर से जाकिर नाईक के ट्रस्ट को बंद करने के संबंध में एक ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है, जिसे कैबिनेट की मीटिंग में रखा जाएगा।
गृह मंत्रालय का ड्रॉफ्ट महाराष्ट्र पुलिस के इनपुट पर आधारित हैं। गृह मंत्रालय के पास जाकिर नाईक के कई ऐसे भड़काऊ भाषण मौजूद हैं, जो आतंकवाद के प्रति युवाओं को प्रेरित करते हैं। महाराष्ट्र पुलिस की ओर से भी जाकिर नाईक के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज कराए गए हैं। जाकिर नाईक पर इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के फंड से पीस टीवी पर कई अनुचित प्रोग्राम चलवाने का आरोप है। बता दें कि जाकिर नाईक खुद को इस्लामिक प्रचारक बताता हैं। जाकिर के खिलाफ उस वक्त सरकार की कार्रवाई शुर की, जब बांग्लादेशी न्यूजपेपर डेली स्टार ने लिखा कि 1 जुलाई को ढाका में हमले को अंजाम देने वाले जाकिर नाईक से प्रभावित थे। बता दें कि पीस टीवी में दिखाए गए भाषण में जाकिर नाईक सभी मुसलमानों को आतंकवादी बनने की सलाह दे रहा है। जाकिर नाईक यूनाइटेड किंगडम और कनाडा में अपने भड़काऊ भाषण की वजह से प्रतिबंधित हैं।