नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि विपक्ष उन्हें लोकसभा में बोलने का मौका नहीं देता इसलिए ही वह जनसभा में बोलते हैं, जबकि जदयू नेता शरद यादव ने इस बात से इंकार करते हुए बताया कि वो प्रधानमंत्री के साथ संसद में चर्चा चाहते हैं। जदयू नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री जो भी बाहर बोलते हैं उसे संसद में बोलें और इसके लिए उन्हें यहां जरूर आना चाहिए। वहीं कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि यह गलत है कि हम उन्हें सदन में बोलने नहीं देते, हम तो उनसे चर्चा करना चाहते हैं। हमारी चाहत यह नहीं है कि प्रधानमंत्री आएं, भाषण दें और चलें जाएं, बल्कि हम चाहते हैं कि वे हमारे सवालों का जवाब दें।
गुजरात के डीसा में शनिवार को एक दुग्ध प्लांट के उद्घाटन के अवसर पर जनता को संबोधन करते हुए विपक्ष पर आरोप लगाया और कहा कि वह उन्हें लोकसभा में बोलने नहीं देते हैं। इसलिए ही वह जनसभा में बोलकर अपना पक्ष रखते हैं। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि जब वक्त आएगा और मौका मिलेगा तो वह लोकसभा में भी विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। इसके अलावा उन्होंने लोगों से कैशलेस सिस्टम अपनाने की अपील करते हुए कहा कि वे पीएम मोदी की हैसियत से नहीं बल्कि मिट्टी की संतान बनकर यहां आए हैं। सरकार के नोटबंदी के कदम पर प.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले से ही गुस्से में हैं। उन्होंने कहा, मोदी बाबू जानते हैं कि अब नोटबंदी पटरी से उतर गयी है। केवल भाषण देने के अलावा उनके पास कोई समाधान नहीं है।