गुजरात में 200 से अधिक दलितों ने बौद्ध धर्म अपना लिया। ज्यादातर दलितों ने उनके खिलाफ हो रहे भेदभाव को धर्म परिवर्तन का कारण बताया। गुजरात बुद्धिस्ट अकेडमी द्वारा यह कार्यक्रम आयोिजत किया गया था। गुजरात मे, पिछले कुछ समय से दलितों के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं हैं।
अखिल भारतीय बुद्ध महासंघ के राष्ट्रीय सचिव भदंत प्रग्नशिप महातेरो ने नए बौद्ध धर्म अनुयायियों को विजयदशमी के दिन दीक्षा दी। दीक्षा देने से पहले उन्होंने कई बार पूछा कि बौद्ध धर्म अपनाने के लिए उन पर किसी की दबाव तो नहीं है। ‘दीक्षा’ समारोह शुरु होने से पहले दलितों के खिलाफ शोषण के मुद्दे पर बातचीत की गई। ये दलित राज्य के कई अलग अलग हिस्सों से हैं। धर्म को अपनाया।
गुजरात मे ‘दीक्षा’ समारोह कार्यक्रम कई जगहों पर आयोजित हुये। गुजरात के अमदावाद जिले के डाणीलिम्दा क्षेत्र में 70 दलितों ने , मेहसाना जिले के कालोल क्षेत्र में 61 दलितों ने और 11 लोगों ने सुरेंद्रनगर में बौद्ध धर्म को अपना लिया। राज्य भर में 200 से अधिक दलितों ने धर्म परिवर्तन किया।बौद्ध धर्म अपनाने वालों मे अधिकारी, एमबीए छात्र, व्यापारी शामिल हैं।