मेरठ, उत्तर प्रदेश में मेरठ देहात के परीक्षितगढ़ क्षेत्र में युवक दीपक त्यागी की हत्या के मामले को पुलिस द्वारा किये जाने से असंतुष्ट परिजन गांव वालों के साथ मृतक का कटा सिर लेकर मंगलवार को धरने पर बैठ गये हैं, जिससे इस मामले ने तूल पकड़ लिया है।
पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों की तमाम कोशिशें आज भी पूरी तरह नाकाम साबित हो गईं जब उन्होंने पीड़ित परिवार और ग्रामीणों को समझाकर मामले को खत्म करने और दीपक के कटे सिर को पुलिस के हवाले करने को कहा। ग्रामीण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधे संपर्क करवाने और एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अलावा मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े हैं।
उनका यह भी आरोप था कि पुलिस मुख्य आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है। पुलिस के अनुसार परीक्षितगढ़ क्षेत्र के गांव खजूरी निवासी वर्षीय दीपक त्यागी की करीब आठ दिन पहले हत्या कर दी गई थी। उसका सिर कटा शव जंगल में मिला था। पुलिस टीम की कड़ी मशक्कत के बाद घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर सात दिन बाद कटा सिर भी बरामद कर लिया गया।
इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी फैमीद नट को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने बताया कि उसकी बेटी से दीपक के अवैध संबंध थे। जब समझाने पर भी दीपक नहीं माना तो उसकी हत्या की साजिश रची गई। गत 26 सितंबर की रात दीपक को शराब पिलाकर उसका सिर तलवार से कलम करके उसकी हत्या को अंजाम दिया गया।
आक्रोशित परिजन और ग्रामीण तभी से दीपक के कटे सिर को डीप फ्रीजर में सड़क पर रखकर धरने पर बैठे हुए हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने असली मुख्य हत्यारोपी को बचाकर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। ग्रामीणों ने खाने की व्यवस्था के लिये सड़क के किनारे ही भट्टियां भी लगा दी हैं।
दीपक हत्याकांड को लेकर खजूरी में 20 घंटे से परीक्षितगढ़ रोड पर धरने पर बैठे लोगों के बीच आज जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित साजवान पहुंचे। हालांकि फिलहाल कोई हल नहीं निकल पाया लेकिन आपसी बातचीत के बाद पांच सूत्रीय मांगों पर सहमति बन गई है। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को 8 अक्टूबर नहीं माना गया तो 36 बिरादरियां मिलकर आंदोलन करेंगी।