नई दिल्ली, केन्द्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि योग-विज्ञान तथा आयुर्वेद की तरपफ पूरी दुनिया आकर्षित हो रही है। यही वजह है कि विश्व भर में 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।
आयुष मंत्रालय के सहयोग से सूर्या फाउण्डेशन व इंटरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि आज पूरी दुनिया योग विज्ञान, नेचुरोपैथी, आयुर्वेद व भारतीय संस्कृति को मान्यता दे रही है और इसकी लोकप्रियता दिनो दिन बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि योग-विज्ञान व आयुर्वेद भारत की एक बड़ी ताकत हैं। हमारे ऋषि-मुनि, साधु -सन्यासियों ने हिमालय में रहकर इस योग विज्ञान का अध्ययन व अनुसंधन किया था। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वे स्वयं प्रतिदिन योग व प्राणायाम करते है। जिससे उनका स्वास्थ्य पहले से बेहतर हुआ है और वह स्वयं बहुत अच्छा अनुभव कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि कोरोना महामारी काल में योग व नेचुरोपैथी की क्रियाओं से बहुत लाभ मिला है। इसलिए योग, नेचुरोपैथी, व आयुर्वेद के स्वास्थ्य में सकारात्मक व प्रभावशाली परिणामों को देखते हुए इस क्षेत्रा में शोध् व अनुसंधन की अत्यध्कि आवश्यकता है। उन्होने कहा कि इस क्षेत्र में भारत में कई संस्थाएं एवं योग गुरू हैं जो सराहनीय कार्य कर रहे हैं।