रायबरेली, उत्तर प्रदेश में रायबरेली के सलोन इलाके में दूषित पानी पीने से 14 लोग बीमार पड़ गये, इन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। फिलहाल सभी मरीजों की हालत में सुधार है। जिलाधिकारी (डीएम) ने इस मामले में जांच के आदेश दिये हैं।
रायबरेली की डीएम माला श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया कि सलोन इलाके में कथित तौर पर दूषित पानी पीने से कुछ लोगों के बीमार होने का मामला सामने आया था। उन्होंने कहा कि पानी के नमूने लेकर उसकी जांच के लिए लैब में भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ट हो सकेगा कि इन लोगों के बीमार होने की वजह दूषित पानी पीना थी या नहीं।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कथित तौर पर दूषित पानी पीने से 14 लोगों के बीमार होने की सूचना मिली है। इनके इलाज को लेकर भी प्रशासन गंभीर है। श्रीवास्तव ने बताया कि अब बीमार लोगों की हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है। उन्होंने कहा कि पानी मे फ्लोराइड की मात्रा की जांच के लिए भी सम्भवतः एक प्रोजेक्ट को भविष्य में क्रियान्वित किया जाए।
डीएम ने कहा कि एनटीपीसी के पास एक गांव रायपुर में जल की गुणवत्ता को लेकर जांच की गई थी। जांच में 10 में से 07 हैंडपंप को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि पानी की गुणवत्ता को बेहतर बनाये रखने के लिये प्रशासन और सरकार गंभीर है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी सुरक्षात्मक उपाय किये जा रहे हैं।
डीएम ने बताया कि इस घटना से जुड़े इलाके की नगर पालिका पानी के टैंकरों से जलापूर्ति कर रही है। हाल ही में हुए जल संक्रमण के मामले में उन्होंने कहा कि नगरपालिका को हिदायत दी गई है कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाए।
इस बीच जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सलोन इलाके में दूषित पानी के संक्रमण से काफी लोग बीमार पड़ गए थे। इन्हें सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। डा सिंह ने पानी की आपूर्ति में नाली का दूषित पानी मिलने से इन लोगों के बीमार होने की आशंका जतायी।