नयी दिल्ली, आईपीएल में दो नई टीमों के जुड़ने के बाद उसके फ़ॉर्मेट में कुछ बदलाव होंगे। यह पहली बार नहीं है कि आईपीएल में 10 टीमें खेलेंगी। एक दशक पहले भी ऐसा हो चुका है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कहा है कि इस बार 60 की जगह 74 मैच होंगे और सभी टीमें सात घरेलू और सात बाहर की मैच खेलेंगी। 2011 में 10 टीमों के टूर्नामेंट के दौरान जो फ़ॉर्मेट तय हुआ था, वही इस बार भी होने की संभावना है।
तब 10 टीमों को पांच-पांच के दो अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया था। प्रत्येक टीम को अपने ग्रुप की चार टीमों से एक घरेलू और एक बाहरी मैच खेलने थे, वहीं दूसरे ग्रुप के चार टीमों से भी एक-एक मैच होता था। एक रैंडम ड्रॉ के द्वारा ग्रुप की टीमों का निर्णय होता था। 2013 में जब आख़िरी बार आईपीएल में आठ से अधिक टीमें खेली थीं, तब नौ टीमों के उस टूर्नामेंट में कुल 76 मैच हुए थे।
यह भी तय हुआ है कि इस साल की बड़ी नीलामी से पहले पुरानी आठ आईपीएल टीमें सिर्फ़ चार-चार खिलाड़ियों को ही रिटेन कर सकती हैं। हालांकि इसमें भी घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों की संख्या क्या होगी, यह तय नहीं हो पाया है। तब इन दोनों टीमों को भी नीलामी से पहले ही कुछ खिलाड़ियों को टीम में रखने का अधिकार होगा।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को दुबई में हुई बोली प्रक्रिया के दौरान यह निर्णय हुआ है कि आईपीएल 2022 में लखनऊ और अहमदाबाद शहर से दो नई टीमें खेलेंगी। आरपी संजीव गोयनका ग्रुप (आरपीएसजी) और सीवीसी ग्रुप ने लखनऊ और अहमदाबाद की टीमों को क्रमशः 7000 करोड़ और 5200 करोड़ रूपये में ख़रीदा है।