वाशिंगटन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारतीय मूल के नील चटर्जी को फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमीशन में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद के लिए नामित किया। यह एजेंसी राष्ट्रीय स्तर पर बिजली, प्राकृतिक गैस व तेल के मामले देखती है।
व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप ने केंटुकी के 40 वर्षीय नील चटर्जी को फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमीशन के एक सदस्य के तौर पर नामित किया है, जिसका कार्यकाल 30 जून 2012 को खत्म होगा। चटर्जी यूएस सीनेट मेजॉरिटी लीडर मिच मैक्कनॉल के एनर्जी पॉलिसी एडवाइजर हैं और कई प्रमुख एनर्जी, हाईवे कानून को पारित कराने में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
इससे पहले उन्होंने गवर्नमेंट रिलेशंस फॉर नेशनल रूरल इलेक्ट्रिक कॉपरेटिव एसोसिएशन में प्रिंसिपल और हाउस रिपब्लिकन कॉन्फ्रेंस चेयरवुमन डेबॉर प्रिस ऑफ ओहियो के सहायक के तौर पर काम किया है। चटर्जी ने अपने करियर की शुरुआत वाशिंगटन, डीसी से हाउस कमेटी ऑन वेज एंड मीन्स के साथ की थी।
सीनेट की मंजूरी की जरूरत:- अब अगर सीनेट द्वारा नील चटर्जी के नाम पर मुहर लग जाती है तो वह ट्रंप के एनर्जी पॉलिसी के रीशेप प्रोग्राम में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं जिसका ज्यादातर पर्यावरणविदों व डेमोक्रेट्स द्वारा विरोध किया गया है। पिछले हफ्ते अमेरिकी सांसदों ने फेडरल रेगुलेटरी कमीशन में जगह खाली होने को लेकर चिंता जताई थी।