लखनऊ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने आज दावा किया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी पराजय के बाद भी पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है।
तिवारी ने यहां कांग्रेस राज्य मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘पार्टी कार्यकर्ता चुनाव नतीजों से दुखी जरूर हैं, लेकिन उनका मनोबल ऊंचा है और हम इसी भावना के साथ कांग्रेस को दोबारा खड़ा करेंगे।’पार्टी सूत्रों के मुताबिक आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में दल की रणनीति पर बातचीत करने के लिये पूर्वी तथा मध्य उत्तर प्रदेश के करीब 40 जिलों के अध्यक्ष आज कांग्रेस राज्य मुख्यालय में एकत्र हुए थे। उनमें से ज्यादातर का मानना था कि सपा के साथ गठबंधन की वजह से कांग्रेस का पिछले विधानसभा चुनाव में इतना बुरा हाल हुआ।
बहरहाल, तिवारी ने बैठक के बारे में बताया कि यह एक सामान्य बैठक थी। हर राजनीतिक दल भविष्य की रणनीति तय करने के लिये ऐसी बैठकें आयोजित करता रहता है। पार्टी प्रदेश नेतृत्व में किसी तरह के बदलाव की सम्भावना के बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने कहा कि किसी भी संगठन में संकेतों से काम नहीं होता। जब भी बदलाव किया जाएगा, तो वह सभी को दिखायी देगा। भाजपा को हराने के लिये सपा और बसपा के साथ कांग्रेस के महागठबंधन की सम्भावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सपा और बसपा को मेरी शुभकामनाएं हैं।’ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘अभी इस बारे में कहना जल्दबाजी होगा। अगर हम जनता और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का आदर नहीं करेंगे, तो यह गलत होगा। हम अपने वरिष्ठ नेताओं से भी गठबंधन के बारे में बात करेंगे।’ इस बीच, कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘महागठबंधन का विचार अच्छा है।’ हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा है और कांग्रेस वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव तथा इसी साल प्रदेश में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी कर रही है।