नई दिल्ली, भारत ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी शिविरों पर सर्जिकल हमले किए जिनमें आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचा है और कई आतंकवादी मारे गए हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सर्जिकल हमलों के बारे में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सूचित किया है। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी सूचना दी गयी है। इस हमले की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक के तुरंत बाद की गई। बैठक में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग और सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) जनरल रणवीर सिंह भी मौजूद थे। जनरल सिंह ने कहा कि हाल में भारत में घुसपैठ के 20 प्रयास किए गए। जीपीएस प्रणालियों पर पाकिस्तानी चिह्न थे तथा उनसे अन्य चीजें भी मिलीं। उन्होंने कहा कि पकड़े गए आतंकवादियों में से कुछ लोग पाकिस्तान के रहने वाले थे। उन्हें वहां प्रशिक्षण दिया गया था। सिंह ने कहा, हमारे राष्ट्रपति के इस आग्रह के बावजूद कि पाकिस्तान 2004 में की गई अपनी उस प्रतिबद्धता का पालन करे कि वह भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अपनी जमीन या क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं होने देगा, घुसपैठ की घटनाओं या हमारे क्षेत्र में आतंकी हरकतों में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने आगे कहा, यदि नुकसान सीमित हुआ है तो यह प्राथमिक तौर पर भारतीय सेना के प्रयासों की वजह से है जो कई स्तरीय घुसपैठ रोधी ग्रिड में तैनात हैं और उन स्थानों पर घुसपैठ के ज्यादातर प्रयास विफल कर दिए गए। जारी खतरे के मद्देनजर भारतीय सशस्त्र बल अत्यंत सतर्क हैं।