कई लोगों को घर पर पालतु पशु रखना पसंद होता है। ज्यादातर लोगों के तर्क एक जैसे ही होते हैं ये खुशी का बहुत बड़ा जरिया होते हैं और अकेलापन दूर करने का भी। अब वैज्ञानिक शोध भी इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं कि घर में पालतुओं के होने से सेहत बेहतर होती है।
खुशी मिलती है और अकेलापन दूर होता है
यदि किसी के आस-पास कोई व्यक्ति न हो तो पेट्स उन्हें उनके होने को अधिक सार्थक महसूस कराते हैं, जिससे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। लंबे समय से बीमार चल रहे व्यक्ति के पास पालतु हों तो उनमें डिप्रेशन और अकेलेपन की समस्या कम ही पाई जाती है। डॉगीज के साथ बाहर वॉक करने से सामाजिक रूप से आप अधिक सक्रिय होते हैं, लोगों से मेलजोल बढ़ता है और इससे भी मूड को बेहतर करने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी बेहतर होती है
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि पालतुओं के कारण कई बार एलर्जी होने का खतरा अधिक रहता है लेकिन जिनके पास कैट्स होती है उनमें अस्थमा और एलर्जी से बचने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। कुछ शोधों में यह बात सामने आई है कि जो बच्चे बिल्लियों के बीच पले-बढ़े हैं उन्हें एलर्जी और अस्थमा की समस्या कम होती है। पहले साल में बच्चों को कोल्ड्स और इयर इन्फेक्शन की समस्या कम ही होती है।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है
अधिकांश लोग आराम करते हुए या फिर टेलीविजन देखते हुए अपने पेट्स के साथ काफी मस्ती करते हैं। अपने कैट या डॉग के साथ इस तरह रिलेक्स करने से रिलेक्सेशन हॉर्मोन का स्राव होता है और इससे स्ट्रेस हॉर्मोन कम होता है। इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। जिनके पास पेट्स होते हैं उनमें आराम की अवस्था में ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट उन लोगों की तुलना में कम होता है, जिनके पास पेट्स नहीं होते हैं। हाइपरटेंशन से पीड़ित बच्चों में भी पेट्स के कारण ब्लड प्रेशर नियंत्रित पाया जाता है।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है
पालतुओं के रहते हुए भी लोगों को अपनी डाइट और एक्सरसाइज का पूरा ध्यान रखना जरूरी होता है और साथ ही दवाएं लेने की भी जरूरत होती है, लेकिन जिन लोगों के पास पेट्स होते हैं उनमें उन लोगों की तुलना में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम होता है, जिनके पास पेट्स नहीं होते हैं।
सक्रिय बनाए रखते हैं
जो लोग अपनी सेहत के लिए एक कदम भी चलना पसंद नहीं करते लेकिन अपने डॉगीज की हेल्थ के लिए हर दिन 30 मिनट का वॉक जरूर करते हैं। चूंकि आज के समय में मोटापा पेट्स के लिए भी बड़ी समस्या बनकर उभरी है इसलिए इससे पेट्स के साथ-साथ उनके ओनर की सेहत भी बेहतर होती है।