रामपुर,भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्प शक्ति का नतीजा है कि देश आज वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सक्षम हो चुका है।
श्री नकवी ने रविवार को यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिलासपुर में मेडिकल आक्सीजन संयंत्र का उदघाटन करते हुये कहा कि देश भर में ‘पीएम केयर’ के तहत 1500 से ज्यादा मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लग गए हैं या लगाए जा रहे हैं। रेडिको खेतान द्वारा छह मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट बिलासपुर (रामपुर), बिल्हौर (कानपुर), भगवंतपुर (प्रयागराज), महोबा (महोबा), मंझनपुर (कौशाम्बी) एवं मानिकपुर (चित्रकूट) में लगे हैं जो 30 घन मीटर प्रति घंटा मेडिकल आक्सीजन उत्पादित करने में समक्ष हैं।
उन्होने कहा कि सरकार की भरपूर सुविधा-संसाधन एवं समाज की सावधानी-संयम ही कोरोना के कहर से देश को मुक्ति दिला सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी लोगों की सेहत-सलामती के संकल्प का नतीजा है कि आज भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पहले से सुविधा संपन्न देशों के मुकाबले मजबूती से इस आपदा से बाहर निकल रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 2020 में कोरोना की पहली लहर भारत में आयी थी तब कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं थे। कोरोना महामारी की शुरुआत के लगभग एक वर्ष के अंदर ही भारत कोरोना टेस्टिंग किट, डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल,डेडिकेटेड कोरोना हेल्थ सेंटर,आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, एन-95 मास्क का उत्पादन, पीपीई किट का निर्माण, मेडिकल ऑक्सीजन, वेंटीलेटर का उत्पादन हो, वैक्सीन हो, भारत आत्मनिर्भर हो गया है।
उन्होने कहा कि जनवरी 2020 से पहले लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन मात्र 900 मीट्रिक टन प्रतिदिन था, जो मात्र कुछ महीनों में ही बढ़ कर प्रतिदिन 9000 मीट्रिक टन से ज्यादा हो गया है। आज देश भर में 80 हजार से ज्यादा वैक्सीनेशन सेंटर चल रहे हैं। अब तक 18 वर्ष से अधिक उम्र के 40 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। देश में 2624 से ज्यादा कोरोना टेस्टिंग लैब हैं, जिनमे 44 करोड़ 20 लाख से ज्यादा लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं, औसतन 20 लाख से ज्यादा लोगों के प्रतिदिन टेस्ट हो रहे हैं। भारत में ही प्रतिदिन 12 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्टिंग किट का उत्पादन हो रहा है।
श्री नकवी ने कहा कि पिछले एक वर्ष में देश भर में दो हजार से ज्यादा डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल तैयार हुए। मौजूदा समय में चार हजार से ज्यादा डेडिकेटेड कोरोना हेल्थ सेंटर और लगभग 13 हजार कोरोना केयर सेंटर हैं। 2020 की शुरुआत में मात्र 10 हजार आइसोलेशन बेड (ऑक्सीजन रहित/ऑक्सीजन सहित) थे, वहीं अब बढ़ कर 15 लाख से अधिक हो गए हैं। पहले मात्र दो हजार आईसीयू बेड थे, वहीं अब बढ़ कर 85 हजार से अधिक हो गए हैं। देश भर में 20,000 आईसीयू बिस्तर बढ़ाये जा रहे हैं जिनमें से 20 प्रतिशत बाल चिकित्सा आईसीयू बिस्तर होंगे।
उन्होने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 23 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के स्वास्थ्य पैकेज को स्वीकृति दी गई है। सभी 736 जिलों में बाल चिकित्सा इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। प्रत्येक जिले में मेडिकल गैस पाइपलाइन सिस्टम की एक इकाई लगायी जा रही है।
भारत में ही प्रतिदिन पांच लाख से अधिक स्वदेशी एन-95 मास्क का उत्पादन हो रहा है। भारत में ही 5 लाख से अधिक पीपीई किट का प्रतिदिन निर्माण हो रहा है। देश में अब चार लाख से ज्यादा वेंटीलेटर का प्रतिवर्ष उत्पादन हो रहा है। मोदी सरकार द्वारा कोरोना की चुनौतियों के दौरान 80 करोड़ लोगों को एक वर्ष से ज्यादा समय तक मुफ्त अनाज दिया गया। इसे जारी रखते हुए ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत पुनः 80 करोड़ जरूरतमंदों को प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो निशुल्क अनाज दिया जा रहा है। संकट के समय 8 करोड़ परिवारों को निशुल्क गैस सिलिंडर दिया गया है। 20 करोड़ महिलाओं के जन धन खाते में 1500 रूपए दिए गए हैं। किसान सम्मान निधि का लाभ 10 करोड़ से अधिक किसानों को दिया गया है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ पैकेज के तहत एक लाख करोड़ रूपए से समाज के सभी वर्गों को संकट के समय मदद की गई है।