मुंबई, जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘प्रधानमंत्री पद का अहंकार’ है और यही कारण है कि मोदी उनके पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं. अन्ना हजारे महाराष्ट्र के सांगली की अटपादी तहसील में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले तीन वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी को 30 से ज्यादा पत्र लिख चुका हूं, लेकिन उन्होंने कभी जवाब नहीं दिया. मोदी को प्रधानमंत्री पद का अहंकार है और यही वजह है कि वह मेरे पत्रों का जवाब नहीं देते हैं.
हजारे ने पहले कहा था कि वह 23 मार्च से आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत करने जा रहे हैं. हजारे ने कहा, इस बार ऐसा बड़ा आंदोलन होगा जो पहले कभी नहीं हुआ और यह सरकार के लिए चेतावनी होगी.
इस बार अन्ना जनलोकपाल के साथ-साथ किसानों के मुद्दे भी उठाएंगे. लेकिन सात साल पहले उठाया गया जनलोकपाल का मुद्दा आज बहुत पीछे छूट गया है. इस सवाल पर अन्ना हजारे का कहना है कि जनलोकपाल बिल को कमजोर करने के पीछे नरेन्द्र मोदी सरकार है. सरकार ने जनलोकपाल बिल को कमजोर किया है.सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा विवाद पर अन्ना का कहना था कि इस अंदरुनी विवाद से लोकतंत्र को खतरा है. इससे ऐसा लग रहा है कि लोकतंत्र रहेगा या नहीं.