लखनऊ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश दास का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 56 वर्ष के थे, बुधवार सुबह लारी कार्डियोलॉजी में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वहीं उनका निधन हो गया। उन्हें शुगर की भी लम्बे समय से बीमारी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अखिलेश दास के निधन पर श्रद्धांजलि दी है।
बीबीडी विश्वविद्यालय के चेयरमैन अखिलेश दास भारतीय बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष थे। वह पूर्व की यूपीए सरकार में इस्पात मंत्री भी रह चुके थे। एक समय में मायावती के करीबी माने जाने वाले अखिलेश दास बहुजन समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर रहें हैं। 2014 में बसपा से राज्यसभा का टिकट ना मिलने से नाराज अखिलेश ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस दौरान अखिलेश दास ने बसपा प्रमुख पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप भी लगाया था। फिलहाल कुछ समय पहले उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। अखिलेश दास, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास के बेटे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर अखिलेश दास के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। ट्वीट में कहा गया, ‘सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके श्री अखिलेश दास के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। सामाजिक जीवन में उनके सक्रिय योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।’
कांग्रेसी नेता अखिलेश दास का रीयल स्टेट का भी काम था। वह मीडिया और कुछ शैक्षणिक संस्थानों को भी चलाते थे। उनका राजनीति और खेल के प्रति को रुझान पहले से ही था। दास बैडमिंटन खिलाड़ी भी रहे हैं। उन्होंने अपने पिता के नाम पर मैनेजमेंट, मेडिकल और इंजीनियरिंग के कई कॉलेज खोले। उन्हें लखनऊ के साथ-साथ बाकी जगहों पर भी खोला गया। लखनऊ से प्रकाशित होने वाले कई हिंदी और उर्दू अखबारों में उनकी हिस्सेदारी थी।
कांग्रेसी नेता अखिलेश दास का जन्म 31 मार्च 1961 को लखनऊ में हुआ था। उनके दो बच्चे हैं। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक पुराने इंटरव्यू में दास ने कहा भी था कि राजनीति उनका पेशा नहीं उनका शौक है।