गोपेश्वर, उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी 17 नवंबर को शीतकाल के लिये श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु बंद कर दिये जायेंगे । आज विजयादशमी के पावन पर्व पर बदरीनाथ धाम में आयोजित विशेष समारोह में मंदिर के कपाट बंद किए जाने की तिथि घोषित की गई ।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह ने बताया कि विजयादशमी के अवसर पर परंपरागत पूजा अर्चना के बाद शीतकाल के लिये कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त निकाला गया । उन्होंने बताया कि मंदिर के कपाट रविवार, 17 नवंबर की शाम पांच बज कर 13 मिनट पर बंद होंगे।
इसी तरह केदारनाथ मंदिर के कपाट 29 अक्टूबर को भैया दूज के अवसर पर सुबह श्रद्धालुओं के लिये बंद कर दिये जायेंगे । केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल उखीमठ में इस हेतु आयोजित पूजा एवं समारोह के बाद मुहूर्त निकाला गया।
उल्लेखनीय है कि शीतकाल में बर्फबारी और भीषण ठंड के कारण चारों धामों—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री—के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल—मई में दोबारा श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल दिये जाते हैं ।
इस साल कल सात अक्टूबर तक 10 लाख 81 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। बदरीनाथ में तिथि और मुहूर्त निकाले जाने के मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, मंदिर के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी, धर्माधिकारी भुवन उनियाल समेत बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।