नयी दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत पूरे उत्तर भारत में हुए भारी बारिश और बादल फटने के कारण 32 लोगों की मौत के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या 301 तक पहुंच गयी है जबकि 47 अन्य लापता हैं।
पिछले 48 घंटे के दौरान हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने के कारण आये बाढ़ और भूस्खलन की चपेट में आकर 34 लोगों की मौत हो गयी। हिमाचल में 18 लोगों तथा उत्तराखंड मेें 14 लाेगों की मौत हाे गयी जबकि पांच अन्य लापता हैं।
देश के विभिन्न राज्यों में बाढ़ की स्थिति में अब तेजी से सुधार हो रहा है और सेना विभिन्न एजेंसियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राहत एवं बचाव कार्याें में जुटी हुई है। बारिश, बाढ़ एवं भूस्खलन के कारण विभिन्न राज्यों में कई लाख लोग प्रभावित हुये हैं और अधिकतर लोगों को राहत शिविरों में विस्थापितों के समान जिंदगी व्यतीत करनी पड़ रही है, लेकिन पानी घटने पर लोग राहत शिविरों से अपने-अपने घर लौटने लगे हैं।
केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। केरल में अब तक 115, कर्नाटक में 62, गुजरात में 35, महाराष्ट्र में 30, उत्तराखंड और ओडिशा में आठ-आठ तथा हिमाचल प्रदेश में दो तथा आंध्र प्रदेश में नाव डूबने से एक लड़की की मौत हो चुकी है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भारी बारिश के बीच बिजली गिरने से कम से कम आठ लोगों जान गयी है। उत्तराखंड, केरल और कर्नाटक में भारी बारिश एवं बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन की घटनाओं के बाद से 47 लोग अब भी लापता हैं। उत्तराखंड में पांच लोग लापता हैं जबकि केरल में 27 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है, वहीं कर्नाटक में 15 लोग लापता हैं।