मथुरा, बहुजन समाज पार्टी(बसपा) महासचिव सतीश मिश्रा ने कहा कि जिन ब्राह्मणों ने भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को उत्तर प्रदेश में सत्ता दिलाई उन्हीं का पिछले चार साल से अपमान किया जा रहा है।
वृन्दावन में बांकेबिहारी के दर्शन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मणों को मारा पीटा जा रहा है। उनकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। भाजपा पर तीखे प्रहार करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण समाज को अपमानित करने के अलावा कुछ नहीं मिला है। भाजपा में जो ब्राह्मण हैं वे आज उपेक्षित पड़े हैं तथा वे अपने को घोर अपमानित महसूस कर रहे है।
उन्होंने राष्ट्रीय महासचिव से जब पूछा गया है कि सपा ब्राह्मणों के लिए यात्रा निकालने जा रही है तो उन्होंने कहा कि कौन क्या करने जा रहा है इससे उनका कुछ लेना देना नहीं है। वास्तव में समाजवादी पार्टी की 2003 और 2012 की सरकार में ब्राह्मण का इतना उत्पीड़न हुआ कि कोई भूल नहीं सकता। इसी लिए 2007 में उन्हें उखाड़ फेंकने का काम किया गया था। चाहे कन्नौज में नीरज मिश्रा के सिर काटने का सवाल हो या ब्राह्मण विरोधी अन्य कार्य सपा शासन में किये गए हों ,ब्राह्मण समाज उन्हें भूल नहीं सकता। बसपा जमीन में कार्य करती है और उसने जमीन में कार्य किया है। वे झूठे वायदे करते हैं जिसे जनता भूल नहीं सकती।
श्री मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मणों का खोया सम्मान बसपा उन्हें वापस दिलाएगी। प्रदेश में बसपा सरकार के आने के बाद ब्राह्मणों के मान सम्मान का ख्याल रखा जाएगा।
इस दौरान उन्होंने गोवर्धन में प्रबुद्ध वर्ग सम्मान सुरक्षा एवं सम्मान संगोष्ठी में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हजारों करोड़ रूपया तो इन्होंने मंदिर के नाम पर 1993 में चंदे में ले लिया और अभी तक चंदा लेने का अभियान चल रहा है और अब जब उच्चतम न्यायालय के निर्णय से अयोध्या में मंदिर निर्माण का फैसला आया तथा जिसमें इनका कोई योगदान नहीं है और वहां पर जब जमीन दे दी गई तो झूठे वायदे करने वालों ने अपने आदमियों को झोला लेकर मन्दिर बनाने के लिए घर घर जाकर चन्दा इकट्ठा करने को भेज दिया।
भाजपा की तीखी आलोचना करते हुए उन्होंने पूछा कि वे जानना चाहते हैं कि जो पैसा 1993 में इकट्ठा किया गया था वह कहां गया । वे यह भी जानना चाहते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के फैंसले के बाद हजारों करोड़ रूपया जो देश विदेश से इकट्ठा किया उसका हिसाब उनके द्वारा मांगने के बावजूद क्यों नहीं दिया जा रहा है।
बसपा महासचिव ने कहा कि उन्होंने तो इस पैसे का हिसाब मांगा था ,क्योंकि अयोध्या का विकास तो किया नहीं गया । उन्होंने कहा कि लोगों के मन में शायद यह हो रहा हो कि इतना पैसा आया है इसलिए अयोध्या सोने की नगरी सी बन गई होगी, पर हकीकत यह है कि आज भी अयोध्या का कोई विकास नहीं हुआ तथा अयोध्या वीरान सी नजर आती है। इस अवसर पर पूर्व शिक्षा मंत्री श्याम सुन्दर शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार रावत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए ब्राह्मणों को भरोसा दिलाया कि बसपा का शासन आने पर ब्राह्मणों को उनका खोया सम्मान वापस दिलाया जाएगा।