जम्मू, नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सेना के गश्ती दल पर हमला करने वाली पाकिस्तान की बोर्डर एक्शन टीम में विशेष बल के जवान और आतंकवादी शामिल थे। उनके पास विशेष खंजर और कैमरा लगा हेडबैंड था, जिससे वे पुंछ जिले के हमले को रिकार्ड करना चाहते थे। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 22 जून को हुए हमले में दो भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में ‘बैट’ का एक सदस्य मारा गया था। भारतीय सेना ने खोज एवं अन्य अभियानों के दौरान वहां से ‘बैट’ के एक सदस्य का शव बरामद किया था।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बैट’ के प्रयास को नाकामयाब करने की कार्रवाई में मारे गए घुसपैठिए का शव स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा, हथियार, गोला बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामान जैसे विशेष खंजर, कैमरा लगा एक हेडबैंड, चाकू, एक एके राइफल, तीन मैगजीन, दो ग्रेनेड के अलावा कुछ कपड़े और थैले वहां से बरामद किए गए हैं जो पाकिस्तानी सेना की बर्बर मानसिकता को दर्शाता है। अधिकारी ने बताया कि ‘बैट’ के सदस्य ने कार्रवाई और जवानों को मारने की घटना को रिकॉर्ड करने के लिए हेडबैंड पहना था।
बलों ने उनकी इस कोशिश को नाकामयाब कर दिया और इस जवाबी कार्रवाई में उनके एक सदस्य की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि यह जांच का विषय है कि कैमरा सीमा पार पाकिस्तानी सेना संस्थानों से लाइव जुड़ा था या नहीं। उन्होंने कहा, कैमरा के डेटा एवं विवरण की जांच की जाएगा। अधिकारी ने कहा, हमें यकीन है कि ‘बैट’ का एक और सदस्य मारा गया है लेकिन उसका शव ‘बैट’ के अन्य सदस्य अपने साथ ले गए हैं। उन्होंने कहा, हमारे सैनिकों द्वारा की गई कठोर कार्रवाई नापाक योजना को कभी पूरा नहीं होने देगी। इस साल पाकिस्तानी विशेष बलों द्वारा नियंत्रण रेखा से 600 मीटर अंदर आ पुंछ सेक्टर में हमला करने की यह तीसरी घटना है।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना की उनकी चौकियों से की गई भारी गोलीबारी के बीच बोर्डर एक्शन टीम ने करीब रात दो बजे हमला किया था। ‘बैट’ में आमतौर पर पाकिस्तान सेना के विशेष बलों के कर्मी और कुछ आतंकवादी होते हैं। अधिकारी ने कहा, भारी हथियारों से लैस पांच-सात लोगों की एक बोर्डर एक्शन टीम पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी की आड़ में गुलपुर के अग्रिम इलाके पर नियंत्रण रेखा से 600 मीटर अंदर पुंछ सेक्टर में आ गई थी। पाकिस्तानी हमलावर भारतीय चौकियों के पास 200 मीटर तक पहुंच गए थे।
हमले के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने गुलपुर-करमारा-चाकन दा-बाघ इलाकों के पास नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की। अधिकारी ने बताया कि हथियारों से लैस घुसपैठियों ने भारतीय गश्ती दल के अधिकार क्षेत्र को निशाना बनाया था। हमले में औरंगाबाद के नाईक जाधव संदीप और कोल्हापुर के सिपाही माने श्रावण बालकू शहीद हो गए थे। शुक्रवार रात साढ़े तीन बजे तक पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी जारी रही थी जिसके जवाब में भारतीय चौकियों ने भी कठोरता से कार्रवाई की।